सलमान खुर्शीद ने आज तक जी 20 के समिट में शिरकत करते हुए बताया कि नरसिम्हा राव की सोच थी कि जिनेवा में भारत एकता के साथ दुनिया के सामने अपनी बात रखें. इस वजह से उन्होंने अटलजी के साथ मुझे भी वहां भेजा था. जब हम वापस आ रहे तो मैं पहले इंग्लेैंड जाना चाहता था. मगर, अटलजी के कहने पर उनके साथ भारत वापस आ गया.
विरोधियों ने लगाया बीजेपी से साठगांठ का आरोप
इसके बाद इंडिया टुडे की तरफ से कहा गया कि आप दोनों एक साथ तस्वीर खिंचवाएं तो मैं उनके घर गया था. तब अटलजी ने बड़ी गर्मजोशी से मुझे गले लगाया. यह तस्वीर खूब चर्चा का विषय बनी. मेरे विरोधियों ने मुझे पर बीजेपी से साठगांठ का आरोप लगाया और मैं चुनाव हार गया और अटलजी प्रधानमंत्री बने. एक दिन उनसे भेंट हुई तो उन्होंने कहा कि बड़ा दुख है कि आप हमारे साथ संसद में नहीं हैं. तब मैंने कहा कि ये आपकी ही तो देन है, तो वो बहुत हंसे. ये एक यादगार पल हैं.
जी20 की अध्यक्षता मिलने क्या बोले सलमान खुर्शीद
सलमान खुर्शीद ने जी20 की भारत को अध्यक्षता मिलने पर कहा कि हम सभी के लिए ये सम्मान की बात है. मगर, सरकार सिर्फ इसे अपनी उपलब्धता बता रही हैं, ये गलत हैं. उन्होंने जी20 की बैठक श्रीनगर में आयोजित करने को लेकर कहा कि ये अच्छी बात है. कश्मीर का एक विशेष महत्तव हैं. कश्मीरी इसका स्वागत करते है तो ये अच्छी बात हैं. मगर, कश्मीरियों के दुखों पर पर्दां डाल कर बैठक आयोजित करना दुख का विषय हैं. सरकार को कश्मीरियों के दुखों को दूर करना चाहिए. उसमें पर्दा नहीं डालना चाहिए. वहां कि जनता को भरोसे में लेना चाहिए. सरकार को बताना जाहिए की वहां चुनाव कब होंगे. कश्मीर के लोग हमारे घर की तरह हैं.
पाकिस्तान और चीन को लेकर सलमान खुर्शीद ने कहा
पाकिस्तान ने हमें बहुत तकलीफ पहुंचाई है. चीन को पाकिस्तान से कैसे दूर रखा जाए इस पर सोचना चाहिए. सरकार को सभी विपक्षी दलों से भी इस पर चर्चा करती रहनी चाहिए. खासकर जिन्हें सरकार चलाने का अनुभव रहा हैं. उन्होंने राहुल गांधी की चीन यात्रा पर कहा कि जरूरी नहीं आपके पास कोई पद हो तभी आप चीन जा सकते हैं. राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष रहे चुके हैं. वो अपने आप में एक बड़ा चेहरा हैं.