देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित जी20 समिट में भारत ने महज 48 घंटे में दुनिया के सबसे 20 सबसे ताकवतर और अहम देशों के मेहमानों के सामने अपना दम दिखा दिया. दो दिन तक चले इस वैश्विक सम्मलेन में हिन्दुस्तान ने कई उपलब्धियां हासिल की है.
भारत की सभ्यता-संस्कृति, खान-पान परंपराएं एक तरफ थी तो दूसरी तरफ थी भारत की तेज रफ्तार तरक्की के निशान जिसे दुनिया के लीडर देखते रह गए. इस सबके बीच भारत की कूटनीति और दुनिया को राह दिखाने का माद्दा भी राष्ट्रध्यक्षों को खूब नजर आया.
किसी भी विकसित देश के कन्वेंशन सेंटर को मात देते भारत मंडपम में दुनिया के दिग्गजों का जमावड़ा लगा. भारत मंडपम देश का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर है.
इसके बाद अगले दिन राजघाट पर देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करने के लिए नेता पहुंचे तो लगा कि पूरी दुनिया भारत के शांति अहिंसा की नीति और सिद्दांतों के आगे झुकी हुई है. ऐसे में हम आपको G20 की वो 10 बड़ी उपलब्धियां बताएंगे जो भारत ने इस वैश्विक सम्मेलन को आयोजित कर हासिल किया है.
1. जी20 समिट में भारत ने चीन को वैश्विक स्तर पर जबरदस्त मात दी है. भारत के प्रस्तावित मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर को इस सम्मेलन में मान्यता मिल गई.
2. भारत की पहल पर बायोफ्यूल एलायंस का ऐलान हो गया जिससे पूरी दुनिया में प्रदूषण को कम करने और वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोत को अपनाने में मदद मिलेगी.
3. भारत ने अपने दम पर अफ्रीकन यूनियन को जी 20 में शामिल करा दिया जिसके बाद इसके सदस्यों देशों की संख्या बढ़कर 21 हो गई.
4. यूक्रेन युद्ध पर रूस-अमेरिका दोनों को साधा और संतुतिल बयान सामने आया. समावेशी विकास पर भारत ने सहमति बनाई.
5. दिल्ली घोषणा पत्र आम सहमति से जारी हुआ. एक दिन पहले जिस घोषणा पत्र का रूस और चीन विरोध कर रहे थे अगले ही दिन वो इस पर मान गए. ये भारत की कूटनीति का कमाल था.
6. भारत ने फिर बड़ी ताकतों को अपना दम दिखाया और यूएन सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य बनाए जाने की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया.
7. हरित विकास पर समझौता किया गया तो आतंकवाद पर भी दुनिया के ताकतवर मुल्कों ने एक साथ सख्त संदेश दिया.
8. धुर विरोधी देशों को एक मंच पर लाना बड़ी चुनौती थी लेकिन भारत ने सबको साध लिया. पीएम मोदी ने अपने निजी रिश्तों के दम पर सभी में सहमति बनाई.
9. भारत को तब बड़ी कामयाबी मिली जब इटली ने चीन के बीआरआई कॉरिडोर से हटकर भारत के प्रस्तावित कॉरिडोर में शामिल होने का ऐलान कर दिया.
10. घोषणा पत्र में यूक्रेन के खिलाफ जंग की जगह यूक्रेन में जंग शब्द का इस्तेमाल हुआ, इस घोषणा पत्र में भारत की ये बात शामिल की गई कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल या धमकी देना अस्वीकार्य है. पीएम मोदी का शांति मंत्र- ये युद्ध का काल नहीं है. इसे भी दिल्ली घोषणा पत्र में शामिल किया गया.
जी20 सम्मेलन से भारत की कूटनीति का डंका पूरी दुनिया मे बज रहा है. एक तरफ दुनिया का सुपर पावर अमेरिका भारत के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहता है तो दूसरी तरफ दूसरा सुपर पावर रूस भी भारत को खुद के करीब मानता है. यही भारत की सबसे बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है.