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कांगड़ा को राज्य की तो हिमाचल को देश की टूरिज्म कैपिटल बनाएंगेः हिमाचल के CM सुक्खू

हिमाचल के सीएम ने कहा कि पिछले 50 सालों में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी गई. सुक्खू ने बताया कि लाहौल-स्पीति में कभी बारिश नहीं होती थी. उस क्षेत्र में रेत के पहाड़ हैं. लेकिन बारिश हुई तो पहाड़ धंसने लगे. इसके अलावा लैंडस्लाइड ने तबाही मचाई. पहाड़ी क्षेत्र में इस वजह से भी तबाही आई. वहीं शिमला और आसपास के क्षेत्र में भी भारी बारिश से तबाही हुई है. 

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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

G-20 आजतक में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने राज्य में आई त्रासदी से लेकर राजनीति तक कई मुद्दों पर बात की. हिमाचल के सीएम ने आपदा को लेकर कहा कि कई घंटों तक मौसम खराब रहने के चलते स्थिति और ज्यादा बिगड़ती गई. हिमाचल के सीएम ने कहा कि पिछले 50 सालों में ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी गई. सुक्खू ने बताया कि लाहौल-स्पीति में कभी बारिश नहीं होती थी. उस क्षेत्र में रेत के पहाड़ हैं. लेकिन बारिश हुई तो पहाड़ धंसने लगे. इसके अलावा लैंडस्लाइड ने तबाही मचाई. पहाड़ी क्षेत्र में इस वजह से भी तबाही आई. वहीं शिमला और आसपास के क्षेत्र में भी भारी बारिश से तबाही हुई है. 

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हिमाचल के सीएम ने कहा कि पानी अपना रास्ता ढूंढ ही लेता है. अप्रैल से लगातार राज्य में बारिश हो रही है. ऐसे में पहाड़ गीले थे तो तब पानी ने रास्ता ढूंढा और इस वजह से लैंडस्लाइड की स्थिति देखने को मिली. यहां उन्होंने मैनमेड गलतियों पर भी बात की. हिमाचल के सीएम ने बताया कि पहाड़ की कटाई कर के रास्ता बनाया जाता है. ऐसे में पहाड़ को उस स्थिति में जमने में करीब 5-6 साल लगते हैं. पहाड़ों को 90 डिग्री में काटा गया इस वजह से भी वहां स्थिति खतरनाक हुई है. 

सीएम ने बताया कि इस दौरान भी हमने पहाड़ों पर कोई गलत खबर नहीं पढ़ी. ऐसी कहीं से कोई खबर नहीं आई कि किसी होटल वाले ने ज्यादा पैसे ले लिए हों. पहाड़ी क्षेत्र के लोगों ने सभी की मदद की है. हर टूरिस्ट की मदद की गई है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कहीं-कहीं तो लोगों की लापरवाही की वजह से भी घटना हुई है. लेकिन हम लगातार मुयायना कर रहे हैं और मदद कर रहे हैं. जहां घरों में दरारें आईं हैं वहां से लोगों को निकालकर शेल्टर होम में भेजा जा चुका है.

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10 हजार करोड़ का नुकसान

राज्य को इस आपदा की वजह से 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है और हम इससे उबरने के लिए एक साल के अंदर पहले जैसी स्थिति बहाल करेंगे. सीएम ने बताया कि हमारी कोशिश है कि अगर मौसम ठीक रहा तो 1 महीने में सभी टूरिस्ट प्लेस को खोल दिया जाएगा. 

हिमाचल से ज्यादा Snow एरिया

हिमाचल प्रदेश के सीएम ने बताया कि हमारे राज्य में स्टिजरलैंड से ज्यादा स्नो एरिया है. हमारा टूरिज्म सेक्टर ही हमारे लिए सबसे अहम है. हम शहरों से अलग गांव में भी टूरिज्म को बढ़ावा दे रहे हैं. हमारी कोशिश है कि मनाली और शिमला के अलावा भी गांव क्षेत्र का विकास हो और लोग वहां भी पहुंचे. सीएम ने कहा कि नॉर्थ इंडिया आज हिमाचल की वजह से सांस ले रहा है. 

कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल और हिमाचल को देश की टूरिज्म कैपिटल बनाएंगे

सीएम ने कहा कि हमारे हिमाचल में कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं है. हमारी कोशिश है कि जल्द ही कांगड़ा वैली में हम एक एयरपोर्ट बनाकर तैयार करेंगे. उन्होंने कहा कि कांगड़ा वैली को हमने राज्य की टूरिज्म कैपिटल बनाया है. सीएम ने कहा कि हम चाहते हैं कि हिमाचल को देश की टूरिज्म कैपिटल बनाया जाए. इसके लिए सीएम ने प्लान भी बताया. टूरिज्म कैपिटल बनाने के लिए सबसे पहले राज्य में पानी ठीक मात्रा में होना चाहिए. वैसा ही वातावरण भी राज्य में हो. कांगड़ा में 24 डिग्री सेल्सियस का बढ़िया तापमान है. 12 महीने की बर्फ हमारे ग्लेशियर में है. अगर राज्य में एक बढ़िया एयरपोर्ट बन जाए तो वहां इंवेस्टमेंट भी बढ़ेगा साथ ही टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.  

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G20 से फायदा हुआ?

इस सवाल के जवाब में हिमाचल प्रदेश के सीएम ने कहा कि धर्मशाला में भी आयोजन हुआ. हमने विदेश मेहमानों को हिमाचली टोपी पहनाई तो हमारा कल्चर उन तक पहुंचा. इस तरह के आयोजनों से देश को ही नहीं बल्कि राज्यों को भी लाभ हुआ. 

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