scorecardresearch
 

कर्नाटक में 45 यूनिकॉर्न, 15000 से ज्यादा स्टार्टअप्स... माइंडरॉक्स में बोले प्रियांक खड़गे

इंडिया टुडे माइंडरॉक्स यूथ समिट 2024 में कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खड़गे ने रोजगार, बिजनेस और नीतियों पर चर्चा की. उन्होंने "Skill Locally, Work Globally" का मंत्र दिया और कर्नाटक विकास के पथ पर प्रदर्शन पर बात की, जिसमें 45 यूनिकॉर्न, 15000 से ज्यादा स्टार्टअप्स और बी2बी फंडिंग शामिल हैं.

Advertisement
X
प्रियांक खड़गे
प्रियांक खड़गे

इंडिया टुडे माइंडरॉक्स यूथ समिट 2024 का आगाज हो चुका है और कार्यक्रम में कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खड़ग ने भी शिरकत की. उन्होंने बातचीत में रोजगार-बेरोजगार, बिजनेस और नीतियों पर बातचीत की. उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार का मंत्र "Skill Locally, Work Globally" दिया और दावा किया कि कर्नाटक के कंपटीशन में और कोई नहीं है.

Advertisement

प्रियांक खड़गे ने हैदराबाद को लेकर एक तुलनात्मक सवाल के जवाब में दावा किया, "अगर आप आंकड़ों पर गौर करेंगे तो वे हमसे 200 अरब डॉलर पीछे हैं, वो 29 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है और हम 27 फीसदी पर हैं, 15000 से ज्यादा स्टार्टअप्स रजिस्टर्ड हैं, महिलाओं के नेतृत्व वाला स्टार्टअप सबसे ज्यादा और बी2बी फंडिंग पिछले साल करीब 150 अरब डॉलर था." 

यह भी पढ़ें: 45 मिनट में 10 करोड़ की फंडिंग, 5 साल में बनाए 750 करोड़... पवन चांदना ने बताई स्काईरूट की पूरी कहानी

देश के 45 यूनिकॉर्न कर्नाटक में हैं!

प्रियांक खड़गे ने दावा किया कि 45 यूनिकॉर्न कर्नाटक में हैं, अगला 38 फीसदी भी कर्नाटक में होगा. बी2बी और बी2सी बिजनेस के लिए वेंचर फंडिंग, एयरस्पेस और डिफेंस में 65 फीसदी के साथ नंबर एक पर हैं. नेशनल इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग में कर्नाटक का योगदान दस फीसदी है. प्रियांक खड़गे ने कांग्रेस सरकार द्वारा लाए गए विधेयक पर भी बात की, जिसमें दावा किया स्थानीय स्तर पर 50 फीसदी जॉब्स को रिजर्व किया गया है.

Advertisement

सभी राज्यों के युवाओं का स्वागत!

प्रियांक खड़गे ने बताया कि देखिए कर्नाटक का इकोसिस्टम कितना अच्छा है. सब यहां सीखने और काम करने आते हैं. हम उन्हें रोजगार भी दे रहे हैं. अन्य राज्यों के युवाओं को रोजगार दिए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यहां सभी का स्वागत है. विधेयक पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं राज्य के लोगों के लिए होती हैं, लेकिन उनके स्किल्स को तरजीह दी जाती है.

यह भी पढ़ें: देश के सबसे बड़े 'यूथ समिट' Mind Rocks का आगाज... युवाओं संग चेतन भगत का संवाद

स्किल्ड वर्कफोर्स बनाने पर जोर

प्रियांक खड़गे ने स्किल्स को लेकर पूछे जाने पर "निपुण स्कीम" पर बात की, जो राज्य के युवाओं को स्किल्ड बनाने के लिए लॉन्च किया गया है. उन्होंने कहा कि जिस भी तरह के स्किल्स की उन्हें जरूरत है, चाहे वो डेटा एनालिस्ट हो या फिर क्वांटम कंप्यूटिंग... सभी तरह के स्किल्स सिखाए जाएंगे और 31 देशों के साथ इसको लेकर टाइ-अप भी हुआ है.

Live TV

Advertisement
Advertisement