पंचायत आज तक के सेशन 7 'मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है' में वो कलाकार शामिल हुए जिन्होंने राजनीति को भी अपनी राह बना लिया है. यहां पहुंचे. - कानपुर से सपा उम्मीदवार राजू श्रीवास्तव, अमेठी से आम आदमी पार्टी के संभावित प्रत्याशी कुमार विश्वास, बीजेपी नेता मनोज तिवारी, कांग्रेस नेता नगमा.
राजनीति दूसरे क्षेत्र के लोगों को भी खूब लुभाती है. कलाकार, संगीतकार, अभिनेता, गायक वगैरह शुरू से ही राजनीति के दंगल में जंप करते रहे हैं. पंचायत आज तक में एक सेशन हाल के दिनों में सक्रिय ऐसे ही लोगों के नाम था. उन्होंने राजनीति में आने की अपनी इच्छा और महत्वाकांक्षाओं पर बात की.
कुमार विश्वास ने कहा कि हर आंदोलन में एक बैनर जरूर लगा है. देश का युवा यहां है. राहुल गांधी कहां है. मैं भी उन्हें खोजने अमेठी गया हूं. एक महीने से वहीं हूं. मैं अमेठी गया था यह सोचकर कि यह पैरिस जैसा हो गया होगा. मनरेगा, जो उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, उसकी हालत अमेठी में ही सबसे ज्यादा खराब है. मैं कभी भीड़ इकट्ठा करने नहीं गया.
राजू श्रीवास्ताव ने कहा कि मैंने पैसे लेकर बहुत सारी पार्टियों के लिए प्रचार किया. कांग्रेस के लिए. बीजेपी के लिए. सारी पार्टियों के लिए. तब मैं राजनीतिक नहीं था. मुझे पैसों की जरूरत थी. घर नहीं था. गाड़ी की किस्त भी भरनी थी. तब मैं समझता था कि टेंट, कुर्सी, साउंड लाइट की तरह हूं. जिस पार्टी के पैसे आ गए, उसी के यहां उतर गए. मैंने इसी को व्यवसाय बनाया है. ईश्वर ने यही दिया मुझे.
मनोज तिवारी ने कहा कि बीजेपी ने कहा, तो जरूर चुनाव लड़ेंगे. जहां से पार्टी कहेगी. वैसे मेरा गांव बक्सर में आता है. मगर वह इलाका सुरक्षित में आता है. हम किसी शर्त के साथ राजनीति में नहीं आए.
मनोज तिवारी ने कहा कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए हम आए हैं. अगर हमारे लड़ने से एक सीट बढ़ती है, तो हमको खुशी होगी. बस यही चाह है कि जब बात हो कि मोदी को पीएम बनाने में किनका हाथ है तो एक गिलहरी की तरह मेरा भी जिक्र हो.
कुमार विश्वास ने कहा कि जो हमारे तीनों साथी हैं. हम खाट पर बैठने से पहले डेट ऑफ बर्थ पूछ रहे थे. कवि और कलाकार में थोड़ा अंतर है. मैं कविता लिखकर देश के आईआईटी और आईआईएम तक पहुंचा. देश का सबसे महंगा कवि रहा. मगर जब आंदोलन हुए तब भी सामने आया. मैंने पद्मश्री और साहित्य अकादमी के लिए नहीं लिखा. कहीं गया, तो सामने जो नेता बैठा है, उसका कभी अपमान नहीं किया. मगर अब मैं राजनीतिक हूं. जो गलत है, उसका विरोध कर रहा हूं.
नगमा ने कहा कि पार्टी हाईकमान कहेगी, तो चुनाव लड़ूंगी. किसी बड़े नेता के खिलाफ कहेंगे, तो भी लड़ूंगी. उन्हें तय करना है. मैं मुंबई से हूं, तो पहले वहीं से सीट मांगूंगी. वहां संभव नहीं हुआ तो किसी भी दिग्गज के खिलाफ लड़ूंगी. ये लोग बार बार राहुल और सोनिया जी पर हमले करते हैं. वंशवाद की बात करते हैं. ये लोग भी चुनकर ही आते हैं.
राजू श्रीवास्तव ने कहा कि कानपुर में मेरे विरोधी भी यही कह रहे हैं कि एक जोकर कानपुर के लिए क्या करेगा. मैं कहना चाहता हूं कि जोकर हंसाएगा ही, रुलाएगा नहीं.
यह सेशन काफी मजेदार रहा क्योंकि इसमें राजू श्रीवास्तव जो पहुंचे थे.