साध्वी निरंजन ज्योति का ये मूड बरकरार रहा. इसके बाद वो मंच पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी से मुखातिब हुईं और ये शेर पढ़ा- ‘हर समय खुशहाल रहना कोई हमसे सीख ले, सबमें रहके अलग रहना कोई हमसे सीख ले, झंझटों से भाग जाना चाहे जिससे सीख लो, झंझटों में रहके बचना कोई हमसे सीख ले.’चर्चा के दौरान साध्वी ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा जायज नहीं है. उन्होंने राम मंदिर को विवादित स्थल पर ही बनाने की भी पैरवी की. हालांकि उन्होंने दोहराया कि आपसी समझौते या अदालत के फैसले से ही ये मुमकिन होगा. साध्वी ने राम मंदिर वहीं बनवाने का वादा करने से इनकार किया.