कांग्रेस में परिवारवाद के सवाल पर 'मंथन आजतक' के मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह सवाल वह पिछले 14 साल से सुनते आ रहे हैं, लेकिन बात यह समझने की है कि चुनाव कभी परिवारवाद से नहीं जीते जाते.
कांग्रेस नेता ने कहा, 'हमेशा नेता के कामकाज का रिकॉर्ड ही उसकी जीत या हार का फैसला करता है. रही बात राहुल गांधी के नेतृत्व कि तो उनमें क्षमता है. अपनी क्षमता के दम पर ही वो कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं.'
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी अवकाश से वापस आने के बाद पूरे देश का दौरा कर रहे हैं. उनके नए तेवर से कांग्रेस में जान आई है.
'क्या राहुल गांधी कांग्रेस के लिए हैं?' इस सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा कि राहुल इस वक्त काफी जोश के साथ कांग्रेस के मुहिम को देश में लेकर चल रहे हैं. राहुल ने पिछले 13 वर्षों में कभी लालबत्ती की गाड़ी की इस्तेमाल नहीं किया और ना ही उन्हें किसी कुर्सी की लालसा है. राहुल गांधी भरोसेमंद नेता हैं.
राहुल गांधी के मोदी सरकार को 'सूट-बूट की सरकार' पुकारे जाने को सही ठहराते हुए ज्योतिरादित्य ने कहा कि मोदी सरकार ने वादे के मुताबिक किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया. किसानों को खाद की जगह लाठियां मिलीं.