इंडिया टुडे कॉनक्लेव में अरुण शौरी ने कहा कि पब्लिसिटी आतंकियों के लिए ऑक्सीजन के समान है. उन्होंने कहा कि राजनेताओं को भी पब्लिसिटी की उतनी ही ज्यादा जरूरत होती है.
अरुण शौरी ने कहा कि हमें अपनी सेना की समस्याओं को समझना होगा और उसे सुलझाना होगा.
अरुण शौरी ने कहा कि देश को किसी नए कठोर कानून की जरूरत नहीं है, बल्कि मौजूदा कानूनों को ही उचित तरीके से क्रियान्वित किए जाने की जरूरत है.
संसद की गरिमा की चर्चा करते हुए अरुण शौरी ने कहा कि देश की जनता संसद की कार्यवाही बार-बार बाधित होने से काफी निराश है.