दुबई में आयोजित 'आजतक' के मेगा क्रिकेट शो 'सलाम क्रिकेट' के छठे और आखिरी सेशन में वर्ल्ड क्रिकेट के 11 दिग्गज एक साथ जुड़े. जिनमें सुनील गावस्कर, वसीम अकरम, अब्दुल कादिर, मोहम्मद अजहरुद्दीन, हरभजन सिंह, मुथैया मुरलीधरन, मिसबाह उल हक, यूनुस खान, हबीबुल बशर, रविचंद्रन अश्विन और मदनलाल शामिल थे. सेशन को सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर स्पोर्ट्स विक्रांत गुप्ता और बोरिया मजूमदार ने संचालित किया.
इस दौरान सभी दिग्गजों से उनके करियर के यादगार लम्हे के बारे में पूछा गया. पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल ने कहा- 1983 वर्ल्ड कप का फाइनल मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा जो हम जीते थे और खिताब अपने नाम किया था. हबीबुल बशर ने कहा- 1995 में मेरा इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करियर का बेहद खास लम्हा रहा.
इस पर विक्रांत गुप्ता ने कहा कि 2007 वर्ल्ड कप में आपकी कप्तानी वाली बांग्लादेश की टीम ने भारत को बाहर कर दिया जिसे हम तो कभी नहीं भूल पाएंगे.
मिस्बाह ने कहा- यूनुस खान और मेरा जो फाइनल टेस्ट था वो मेरे अहम मोमेंट था. अश्विन ने कहा- चैंपियंस ट्रॉफी 2013 का लास्ट ओवर यादगार था जब हम इंग्लैंड में जीते थे.
मिस्बाह ने कहा- भारत के खिलाफ मेरा स्लैजिंग वाला कोई किस्सा नहीं है. 2007 से मैं इंडिया के खिलाफ खेला था. मिस्बाह से जब यह पूछा गया कि टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच के आखिरी ओवर में जोगिंदर शर्मा की गेंद पर आपने स्कूप शॉट क्यों खेला?
इस पर मिस्बाह ने कहा- आप लोगों को मुझे दुआएं देनी चाहिए मेरी वजह से IPL शुरू हुआ. मिस्बाह ने बताया कि वो मेरी फेवरेट शॉट थी. हमें जीत के लिए 5 रन चाहिए थे. जोगिंदर शर्मा की गेंद पर मैं स्कूप शॉट खेलकर चार रन बटोरना चाहता था और स्कोर बराबर करना चाहता था. फिर एक रन लेकर मैच जीतना चाहता था. उस टूर्नामेंट में इंडिया अच्छा खेली और वह खिताब जीतना डिजर्व करती थी.
मिस्बाह ने अंतिम ओवर में जोगिंदर शर्मा की गेंद पर स्कूप शॉट खेला जिसके कारण उनकी टीम हार गई. इसी शॉट पर हरभजन सिंह ने कहा कि अगर श्रीसंत वह कैच छोड़ देते तो जो आईपीएल में हुआ वो उसी दिन हो जाता.
यूनुस खान ने कहा- 2005 में कोलकाता में मेरी सेंचुरी बेस्ट मोमेंट थी, क्योंकि मेरे वालिद (पिता) कोलकाता से पाकिस्तान माइग्रेट हुए थे. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा- जब मैं पहली बार टेस्ट में सेलेक्ट हुआ और जब सनी भाई से मिला वह मेरे करियर का बेस्ट मोमेंट था.
वसीम अकरम ने कहा पाकिस्तान ने जिस तरह ऑस्ट्रेलिया में 1992 वर्ल्ड कप जीत वो मैं कभी नहीं भूल पाया और चेन्नई टेस्ट 1999 में भारत के खिलाफ जीत मेरे करियर का यादगार लम्हा था.
सुनील गावस्कर ने कहा- 1983 वर्ल्ड कप खिताब जीतना सबसे यादगार पल रहा. इसी बीच सुनील गावस्कर ने कहा- कि मैं अपनी उम्र बेसलाइन से गिनता हूं और मेरी कमर 34 की है. मैं अभी 34 का ही हूं.
अब्दुल ने कहा- हमारे पाकिस्तान में फैसलाबाद की विकेट पर ज्यादातर बल्लेबाज 100 शतक लगा दिया करते थे, एक मैच जब सुनील भाई वहां खेलने आए. 59 के स्कोर पर मैंने सुनील भाई को बैट एंड पैड कर दिया नहीं तो वह उस विकेट पर आज तक विकेट पर जमे होते.
हरभजन ने कहा- 2011 में वर्ल्ड कप जीतना और टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेना मेरे करियर का शानदार अनुभव है. भज्जी ने कहा- 2001 कोलकाता टेस्ट से भारतीय टीम की एक नई शुरुआत हुई थी, क्योंकि ऐसी फीलिंग थी कि ऐसा मैच दोबारा नहीं हो सकता. उस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द्रविड़ और लक्ष्मण ने जैसे बैटिंग कर रहे थे उसे देखकर लगा कि वो आउट ही नहीं होंगे.
मुथैया मुरलीधरन ने कहा- 1996 का वर्ल्ड कप मेरे लिए यादगार लम्हा था. क्योंकि किसी ने भी हमारे बारे में नहीं सोचा था कि हम वर्ल्ड कप जीतेंगे.
गावस्कर ने कहा- ऑस्ट्रेलिया के ब्रूस यार्डली मेरे लिए सबसे मुश्किल गेंदबाज थे वह जब गेंद करते थे तो उन्हें पिक करना काफी मुश्किल होता था. यार्डली जब भी गेंदबाजी करते थे. उनकी तेज गति के साथ-साथ एक्शन भी बेहद परेशान करने वाला होता था.
अजहर ने 90 के दशक के एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि श्रीकांत को मजाक करने का बेहद शौक था, लेकिन जब कोई उसके साथ मजाक करता था तो उसे पसंद नहीं आता था. ऐसा ही एक घटना हुआ श्रीकांत किसी बात से नरेंद्र हिरवानी से नाराज हो गए और उनको अंग्रेजी में लगातार कुछ न कुछ कहते रहे. हिरवानी को अंग्रेजी नहीं आती थी और वह चुपचाप सुनता रहा. श्रीकांत ने जब अपनी बात खत्म की तो हिरवानी श्रीकांत से कहा, श्रीकांत भाई, सेम टू यू.
सुनील गावस्कर ने सलाम क्रिकेट 2018 में इस राज का खुलासा किया कि उन्हें 'सनी भाई' का नाम किसने दिया. उन्होंने बताया कि सबसे पहले अजहर ने ही उन्हें 'सनी भाई' कहकर बुलाया था और इसके बाद से सभी लोग इसी नाम से बुलाने लगे.
वसीम अकरम ने कहा कि हमने भी सुना था कि सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री कर रहा है, जब हमने उसे देखा तो लगा कि वह 14 साल का दिख रहा है तो मैंने उससे कहा कि घर में मम्मी से पूछकर आए हो?
एशिया कप में जीतने की संभावनाओं पर पाक के पूर्व कप्तान यूनुस खान ने कहा कि भारत को विराट कोहली की कमी खलेगी. इंग्लैंड में हारकर आए हैं और इस कारण उनका आत्मविश्वास भी गिरा होगा. वहीं पाक टीम हाल में छोटी ही सही पर टीमों को हराकर यहां आई है, साथ ही उसको यहां पर लगातार खेलने का फायदा मिलेगा. पाक टीम के जीतने की संभावना ज्यादा है. मैच के दिन जो भी टीम अच्छा खेलेगी जीत उसे मिलेगी.
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के बारे में वसीम अकरम ने कहा कि यह गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. अब्दुल कादिर ने भी कहा कि इस उभरते क्रिकेटर पर ध्यान देना होगा.