आखिरी क्षणों में एक ओवर में दो विकेट लेने वाले मुनाफ पटेल की शानदार गेंदबाजी की बदौलत भारत ने आज बेहद रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को एक रन से हराकर पांच मैचों की एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली.
जीत के करीब पहुंचकर चूकी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह आखिरी क्षणों में दबाव के आगे घुटने टेकने वाले ‘चोकर्स’ के नाम से क्यों बदनाम है. जीत के लिये 191 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करते हुए पूरी टीम 43 ओवर में 189 रन पर सिमट गई. ‘मैन आफ द मैच’ रहे मुनाफ ने आठ ओवर में 29 रन देकर चार विकेट लिये जबकि जहीर खान को दो विकेट मिले.
एक समय पर दक्षिण अफ्रीका की जीत लगभग तय लग रही थी लेकिन मुनाफ ने 43वें ओवर में मोर्ने मोर्कल और वेन परनेल को पवेलियन भेजकर भारत को अप्रत्याशित जीत दिला दी. मोर्कल ने 43वें ओवर की दूसरी गेंद पर प्वाइंट में युसूफ पठान को कैच थमाया जबकि टीम को जीत की ओर ले जाते दिख रहे परनेल ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर युवराज सिंह को कैच दे दिया.
इससे पहले तेज गेंदबाज लोंवाबो सोटसोबे के चार विकेट की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 190 रन पर समेट दिया. सोटसोबे ने 22 रन देकर चार विकेट लिये जबकि डेल स्टेन और मोर्ने मोर्कल को दो दो विकेट मिले. भारत ने 40 रन के भीतर सात विकेट गंवा दिये. भारत के आखिरी चार विकेट 14 रन के भीतर तीसरे पावरप्ले में गिरे.
{mospagebreak} युवराज सिंह (68 गेंद पर 53 रन) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (61 गेंद पर 38 रन) ने चौथे विकेट के लिये 83 रन जोड़कर भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की. एक समय पर भारत का स्कोर तीन विकेट पर 150 रन था जो नौ विकेट पर 184 रन हो गया. सोटसोबे ने मुरली विजय, युवराज, धोनी और सुरेश रैना के विकेट चटकाये. टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली भारतीय टीम को सचिन तेंदुलकर और विजय ने धीमी शुरूआत दी. विजय उस समय पवेलियन लौट गए जब स्कोर बोर्ड पर 21 रन टंगे थे.
तेंदुलकर और विराट कोहली ने 42 रन की साझेदारी की जो कोहली के रन आउट होने से टूट गई. डेविड मिलर ने सीधे थ्रो पर कोहली को पवेलियन भेजा.
सर्वाधिक एक दिवसीय मैच (444) खेलने के श्रीलंका के सनत जयसूर्या के रिकार्ड की बराबरी करने वाले तेंदुलकर ने कुछ अच्छे शाट खेले लेकिन जोहान बोथा की टर्न लेती गेंद पर आउट हो गए.
तीन विकेट 63 रन पर गिरने के बाद युवराज और धोनी ने भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की. युवराज ने जेपी डुमिनी को पैडल स्वीप पर चौका जड़ने के साथ हाथ खोलने शुरू किये. सोटसोबे की गेंद पर फाइन लेग में शाट खेलकर युवराज ने अपना अर्धशतक पूरा किया.
वह सोटसोबे की गेंद पर मिड आफ में स्टेन को आसान कैच देकर आउट हो गए.
{mospagebreak} इससे पहले विजय ने स्टेन को पहले ओवर की चौथी गेंद पर चौका लगाकर भारत का खाता खोला. उन्होंने अगले ओवर में सोटसोबे को भी चौका लगाया. इसके बाद से हालांकि रनगति गिर गई. पहले पांच ओवर में सिर्फ 12 रन बने.
सोटसोबे ने विजय को मिड आन पर मोर्कल के हाथों लपकवाया. इसके बाद वेन परनेल ने 11वें ओवर में आक्रमण संभाला लेकिन अपने पहले ही ओवर में दस रन दे डाले. तेंदुलकर और कोहली क्रीज पर जमते नजर आ रहे थे और भारत का स्कोर एक विकेट पर 60 रन तक ले गए.
इसके बाद हालांकि कोहली अनावश्यक रन लेने की हड़बड़ी में रन आउट हो गए. उन्होंने कवर प्वाइंट की ओर गेंद खेली और रन लेने का इशारा किया. तेंदुलकर ने उन्हें वापिस भेजा लेकिन तब तक मिलर गिल्लियां बिखेर चुके थे.
जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरूआत भी खराब रही और दूसरे ही ओवर में मुनाफ ने हाशिम अमला (चार) को पवेलियन भेज दिया. ग्रीम स्मिथ (77) और कोलिन इंगराम (25) ने दूसरे विकेट के लिये 59 रन जोड़े जो दक्षिण अफ्रीका के लिये सबसे बड़ी साझेदारी रही. इनके बाद डेविड मिलर (27) को छोड़कर कोई बल्लेबाज नहीं टिक सका.