बल्लेबाजों के लगातार लचर प्रदर्शन से जूझ रही भारतीय क्रिकेट टीम के लिये इसे अच्छी खबर नहीं कहा जा सकता है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वाका की जिस पिच पर तीसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा वह भी तेज गेंदबाजों को ही मदद पहुंचाएगी. दुनिया की इस सबसे तेज पिच के क्यूरेटर का दावा है कि इसमें पर्याप्त उछाल होगी. भारत अभी चार मैच की श्रृंखला में 0-2 से पीछे चल रहा है.
भारतीय बल्लेबाज मेलबर्न और सिडनी की आसान पिच पर ऑस्ट्रेलियाई तेज आक्रमण के सामने नतमस्तक हो गये थे. वाका के क्यूरेटर कैमरन सदरलैंड के दावे का मतलब है कि भारतीय बल्लेबाजों को आगे भी संघर्ष करना पड़ेगा.
सदंरलैंड ने कहा कि हमें लगता है कि यह वैसी ही पिच होगी जैसी पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ थी. इसमें थोड़ा घास भी होगी. हम पिछले दो साल से अलग तरह की घास की उपयोग कर रहे हैं. यह वास्तव में अच्छी है.
उन्होंने कहा कि इसलिए यदि आप इससे घास हटा भी देते हो तब भी इसमें थोड़ा इसका रंग होगा. इससे बहुत अधिक सीम नहीं मिलेगी. नयी गेंद से इसमें मदद मिलेगी और खेल बढ़ने के साथ यह बल्लेबाजी के भी अनुकूल हो जाएगी.