बिहार में जमुई जिले के सोनो थाना अंतर्गत बटिया जंगली इलाके में चकाई-जमुई मुख्य मार्ग पर सोमवार को एक नक्सली बारूदी सुरंग विस्फोट और पटना के दानापुर में बम विस्फोट की घटनाओं को छोड़कर बिहार विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के अंतर्गत सोमवार को 50.90 फीसदी मतदान के साथ 42 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हो गया.
इस दौर को मिलाकर बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 182 सीटों पर चुनाव संपन्न हो गये. शेष 61 सीटों के लिए पांचवें चरण में नौ नवंबर और छठे चरण के लिए 20 नवंबर को वोट पड़ेंगे. आठ जिलों में 42 सीटों में से नक्सल प्रभावित और संवेदनशील 14 विधानसभा सीटों पर अपराहन तीन बजे ही समाप्त हो गया.
आठ जिलों की 14 सीटों में से बछवाड़ा (52), तेघड़ा (51), बेगूसराय (54), बखरी (48), अलौली (55), कटोरिया (37.5), बेलहर (40), तारापुर (46), जमालपुर (44), सूर्यगढ़ा (48), सिकंदरा (46), जमुई (48), झाझा (52) और चकाई (46) में अपराहन तीन बजे तक ही वोट पड़े. बिहार विधानसभा चुनाव की 42 सीटों के साथ ही बांका लोकसभा सीट के उपचुनाव का मतदान भी हुआ. {mospagebreak}
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि चौथे चरण में आठ जिलों में संपन्न मतदान में सबसे अधिक बेगूसराय जिले में 54.86 फीसदी वोटिंग हुई. जिले के सात निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले गये. वहीं, पटना जिले के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 51.9 प्रतिशत, खगड़िया की चार सीटों पर 53 फीसदी, भागलपुर की सात सीटों पर 52.57 प्रतिशत, बांका के पांच सीटों पर 45.5 फीसदी, मुंगेर में तीन सीटों में 47.67 प्रतिशत, लखीसराय की दो सीटों पर 48 फीसदी और जमुई की चार सीटों पर 50.9 प्रतिशत वोट पड़े.
राज्य के पुलिस महानिदेशक नीलमणि ने संवाददाताओं से कहा कि मतदान के दौरान गड़बड़ी फैलाने के आरोप में कुल 215 लोगों का हिरासत में लिया गया. आठ जिलों से कुल 115 वाहनों को भी जब्त किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पटना जिले के दानापुर विधानसभा क्षेत्र में बम धमाका करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया. विधानसभा क्षेत्रों के साथ बांका संसदीय क्षेत्र के लिए संपन्न उप चुनाव में 46.67 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
विधानसभा के लिए अब तक संपन्न तीन चरणों की तुलना में चौथे चरण में मतदान का प्रतिशत कम रहा. प्रथम चरण में 47 सीटों पर कुल मिलाकर 54.55 फीसदी, दूसरे चरण में 45 सीटों के लिए 52.55 प्रतिशत और तीसरे चरण में 48 सीटों के लिए 53.65 फीसदी वोट पड़े थे, जबकि 42 निर्वाचन क्षेत्रों में 51 फीसदी ही मतदान हुआ. {mospagebreak}
नीलमणि ने बताया कि चकाई विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर जा रही बीएसएफ और सीआरपीएफ की टुकड़ी नक्सलियों द्वारा बिछाई गयी बारूदी सुरंग की चपेट में आ गयी. लेकिन इस घटना में कोई जवान हताहत नहीं हुआ और न ही उनके वाहन को कोई खास नुकसान पहुंचा.
उन्होंने कहा कि धमाके के बाद पास के जंगलों में छिपे नक्सलियों द्वारा गोलीबारी भी की गयी, लेकिन बीएसएफ और सीआरपीएफ द्वारा जवाबी कार्रवाई किए जाने के बाद नक्सली भाग गए. पहाड़ी इलाके में नक्सलियों की टोह लेने के लिए जमुई में मौजूद बीएसएफ के हेलीकाप्टर को लगाया गया था.
दानापुर विधानसभा क्षेत्र के बैंक कालोनी और आनंद बाजार मोहल्ले में मतदाताओं के बीच दशहत फैलाने के लिए सड़कों पर शरारती तत्वों द्वारा की गयी बमबारी में एक महिला मामूली रूप से जख्मी हो गयी, जिसे इलाज के लिए स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. {mospagebreak}
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया. खगड़िया जिले के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के नयागांव में राजद के चुनाव एजेंट शैलेश सिंह के साथ मारपीट के आरोप में परिवहन मंत्री और जदयू प्रत्याशी रामानंद सिंह के बेटे संजीव सिंह के खिलाफ स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
कड़ी सुरक्षा के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के बख्तियारपुर स्थित पुराने निरीक्षण बंगला में बने मतदान केंद्र पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजेंद्र नगर रोड नंबर पांच स्थित मतदान केंद्र पर मतदान किया. पटना के दीघा विधानसभा सीट के मतदान केंद्र संख्या 118 पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वोट डाला.
चुनाव के दौरान किसी विशिष्ट व्यक्ति के अंगरक्षक को मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में खुलेआम हथियार लेकर जाने की अनुमति नहीं है, लेकिन लालू के अंगरक्षक द्वारा इसका अनुपालन नहीं किए जाने पर उनके खिलाफ पटना हवाई अड्डा थाने में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. {mospagebreak}
वहीं, खगड़िया जिला के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी तथा बिहार के परिवहन मंत्री रामानंद सिंह द्वारा अंगरक्षकों को साथ लेकर मतदान केंद्र जाने पर दो अलग-अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज की गयी. पटना के कई इलाकों में कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने मतदाता सूची में अपना नाम नहीं होने की शिकायत की है. राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अभ्यानंद का नाम भी मतदाता सूची से नदारद था.
अभ्यानंद की पत्नी के अलावा उनके परिवार के अन्य सदस्यों का नाम मतदाता सूची में नहीं होने से उन्हें बिना वोट दिए ही लौटना पड़ा. शीर्ष पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि यह बड़ी विडंबना है कि उनके पास मौजूद मतदाता पहचान पत्र का पहचान चिन्ह के तौर पर विमान यात्रा सहित कई कामों में इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इसे जिस काम यानी मताधिकार के लिए जारी किया गया है उसमें ही वह इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते.
बिहार के बांका जिले में धौरेया और अमरपुर तथा भागलपुर के नाथनगर, पीरपैंती निर्वाचन क्षेत्रों में करीब 10 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया. मुंगेर जिले के तारापुर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान केंद्र संख्या 175 और 186 पर भी मतदाताओं ने वोट बहिष्कार किया. {mospagebreak}
चौथे चरण में संपन्न चुनावों के बाद 58 महिलाओं सहित कुल 568 उम्मीदवारों का चुनावी भविष्य ईवीएम में बंद हो गया, जिसका फैसला अब 24 नवंबर को होगा. इस चरण में कांग्रेस ने सभी 42 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए, जबकि मायावती की पार्टी बसपा ने अकेले सबसे अधिक 40 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे.
जदयू एवं भाजपा ने आपसी तालमेल के साथ क्रमश: 25 एवं 17 तथा लालू प्रसाद की राजद और रामविलास पासवान की लोजपा ने क्रमश: 26 एवं 16 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. 185 निर्दलीयों की किस्मत का फैसला भी ईवीएम मशीन में बंद हो गया. इस चरण में बिहार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री एवं भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अश्विनी कुमार चौबे, स्वास्थ्य मंत्री एवं पटना साहिब से भाजपा उम्मीदवार नंदकिशोर यादव और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री एवं बांका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी राम नारायण मंडल प्रमुख उम्मीदवार हैं.