अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने 'सभी को खुश करते हुए' गुरुवार को 2012 लंदन ओलंपिक में पुरुष युगल वर्ग में दो टीमें भेजने का फैसला किया है. एआईटीए ने गुरुवार को कहा कि देश के शीर्ष युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस युवा विष्णु वर्धन के साथ जबकि महेश भूपति अपने पसंदीदा रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ी बनाएंगे.
एआईटीए का कहना है कि यदि सानिया मिर्जा को वाइल्डकार्ड मिल जाता है तो वह मिश्रित युगल वर्ग में पेस के साथ जोड़ी बनाएंगी. इसके अलावा सानिया यदि पात्रता प्राप्त करने में सफल होती हैं तो वह युगल में रश्मि चक्रवर्ती के साथ जोड़ी बनाएंगी.
सोमदेव देवबर्मन को पुरुषों की एकल स्पर्धा में सीधा प्रवेश दिलाने के लिए एआईटीए ने वाइल्ड कार्ड के लिए आवेदन किया है.
उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) को खिलाड़ियों की सूची सौंपने की गुरुवार को अंतिम तिथि है.
दो टीम भेजने के फैसले से एआईटीए की ओर से भूपति और बोपन्ना पर ओलंपिक से पहले अनुशासनात्मक कार्रवाई के मंडरा रहे बादल अब छंट गए हैं.
एआईटीए के अध्यक्ष अनिल खन्ना ने कहा कि चयन समिति के निर्णय की अवज्ञा करने के लिए भूपति और बोपन्ना पर कार्रवाई ओलंपिक के बाद की जाएगी.
बकौल खन्ना, 'पुरुष युगल में दो टीमों को भेजना 'टेनिस ग्रांउड' के लिए अच्छा फैसला नहीं है, लेकिन इसके अलावा हमारे पास विकल्प भी नहीं थे.'
चयन समिति ने पिछले सप्ताह पेस और भूपति को ओलंपिक में भेजने का फैसला किया था लेकिन भूपति और बोपन्ना ने कहा था कि वे दोनों एक साथ ही खेलेंगे.
भूपति और बोपन्ना ने एआईटीए के फैसले को अस्वीकृत कर दिया था जिनमें भूपति या बोपन्ना किसी एक को पेस के साथ जोड़ी बनाने को कहा गया था. खन्ना ने कहा कि एआईटीए के आजीवन मानद अध्यक्ष व भारत के विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा के परामर्श के बाद यह फैसला लिया गया.
बकौल खन्ना, 'एआईटीए के इस फैसले में कृष्णा के मार्गदर्शन और अनुमोदन का बहुत योगदान रहा.'
खन्ना ने उम्मीद जताई की पेस इस फैसले से नाराज नहीं होंगे और विष्णु के साथ खेलने को तैयार हो जाएंगे.,
उल्लेखनीय है कि पेस ने बुधवार को विश्व रैंकिंग में 207/306 स्थान वाले किसी भी खिलाड़ी के साथ जोड़ी नहीं बनाने की धमकी दी थी.
इससे पहले, एआईटीए ने ओलंपिक में एक टीम भेजने का फैसला किया था और वह टीम थी पेस और भूपति की. यद्यपि भूपति और बोपन्ना ने एआईटीए और खेल मंत्रालय को एक पत्र लिखकर पेस के साथ खेलने से इंकार कर दिया था,