लंदन ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा के पहले दौर में सुमित सांगवान (81 किलो) की विवादास्पद हार के खिलाफ भारत का विरोध जूरी ने खारिज कर दिया है. जूरी ने पहले ब्राजील के यामागूची फालकाओ फ्लोरेंटिनो के खिलाफ उनका मुकाबला देखा.
भारतीय कोच गुरबख्श सिंह संधू ने कहा, ‘हमारा विरोध खारिज कर दिया गया है. हमें कारण नहीं बताया गया लेकिन इस तरह के मामलों में बहुत कम ही होता है कि विरोध स्वीकार करके फैसला बदला जाये.’
सुमित को करीबी मुकाबले में 14-15 से पराजय झेलनी पड़ी. भारतीय टीम और खेलमंत्री अजय माकन ने हालांकि इसका तुरंत विरोध दर्ज कराया था. सांगवान को खुद लगा कि स्कोरिंग में कहीं गलती हुई है.
दूसरे और तीसरे दौर में दबदबा बनाने के बावजूद उन्हें पर्याप्त अंक नहीं मिले. संधू ने कहा, ‘सुमित अब ठीक है. वह काफी दुखी था लेकिन हालात को स्वीकार करके आगे बढ़ने के अलावा कोई चारा नहीं है. उसे भविष्य में फिर मौके मिलेंगे.’
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के महासचिव और लंदन ओलंपिक में भारत के कार्यवाहक मिशन प्रमुख मुरलीधरन राजा ने कहा कि शिकायत दूसरे दौर में स्कोरिंग को लेकर दर्ज कराई गई थी. राजा ने कहा, ‘शिकायत दूसरे दौर को लेकर थी, हमें लगा कि सांगवान को और अंक मिलने चाहिये थे.’
सांगवान ने इस साल एशियाई क्वालीफायर में स्वर्ण जीतकर लंदन ओलंपिक में जगह बनाई थी.
भारत के शिवा थापा बेंटमवेट से पहले दौर में बाहर हो चुके हैं. ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह (75 किलो) और जय भगवान (60 किलो) प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं.