तरुणदीप राय ने जब आठ साल पहले एथेंस ओलंपिक में भाग लिया था तो वह केवल 20 साल के थे लेकिन अब वह परिपक्व हो गये हैं और उन्हें उम्मीद है कि लंदन ओलंपिक में भारत तीरंदाजी में अपना पहला पदक जीतने में सफल रहेगा.
एथेंस 2004 में तरुणदीप टीम के जूनियर खिलाड़ी थे लेकिन वह टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और सिक्किम का यह तीरंदाज अपनी भूमिका समझता है. पुरुष तीरंदाजी टीम ने अमेरिका के ओगडेन में गुरुवार को विश्व कप के दौरान हुए क्वालीफायर के जरिये ओलंपिक सीट सुनिश्चित की.
ओलंपिक सीट हासिल होने से उत्साहित तरुणदीप ने कहा, ‘यह वास्तव में मेरे लिये गौरवपूर्ण क्षण हैं. मुझे ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का दूसरा मौका मिला है. मुझे इतने बड़े मंच पर अपने तीरंदाजी कौशल को साबित करने का अवसर मिला है जो काफी मायने रखता है.’
उन्होंने कहा, ‘पिछली बार मैं अनुभवहीन था और थोड़ा नर्वस था. लेकिन इस बार हम आत्मविश्वास से भरे हैं. इसमें शक नहीं कि हमारे पास तैयारियों के लिये कम समय है लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि हमारी टीम बहुत अच्छी फार्म में है. वर्तमान फार्म में हम ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीद रखते हैं.’
तरुणदीप ने कहा कि टीम ने सही समय पर अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म हासिल की है और वह ओलंपिक में तीरंदाजी का पहला स्वर्ण पदक जीतने के लिये तैयार है. उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक अलग तरह की प्रतियोगिता है. वहां पदक जीतने के लिये सभी सदस्यों का बेहतरीन फार्म में होना जरूरी है तथा उनका आत्मविश्वास चरम पर होना चाहिए. हम इस स्तर पर पहुंचने के करीब है.’