श्रृंखला में 2-0 की बढ़त से उत्साहित ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा है कि तेज गेंदबाजों को मदद करने के लिये विख्यात रही पर्थ की वाका पिच पर भारतीय टीम को चारों खाने चित करने के लिये तेज गेंदबाजों की फौज के साथ उतर सकते हैं.
आस्ट्रेलिया ने भारत पहले दो मैच में 122 रन तथा पारी और 68 रन से पराजित किया. इससे उसने चार मैच की श्रृंखता में 2-0 से बढ़त बना ली है. क्लार्क ने अभी से तीसरे टेस्ट मैच पर निगाहें जमा दी हैं जो 13 जनवरी से दुनिया की सबसे तेज माने जाने वाले वाका मैदान पर होगा.
क्लार्क ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमें परिस्थितियों का आकलन करना होगा. पर्थ में चार तेज गेंदबाज उतारे जा सकते हैं. उम्मीद है कि विकेट पिछली गर्मियों जैसा ही होगा और उसमें तेजी और उछाल के साथ थोड़ी मूवमेंट होगी. यदि ऐसा होता है तो हमारे पास (चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने) का विकल्प होगा. ’
उन्होंने कहा, ‘हमने आसानी से जीत दर्ज नहीं की. हमने कड़ी टेस्ट क्रिकेट खेली यह दुनिया की नंबर दो टीम के खिलाफ थी जिसमें कई महान खिलाड़ी है. हम पहले दो टेस्ट मैच से वास्तव में खुश हैं. अभी हमें लंबी राह तय करनी है. हमने अभी श्रृंखला नहीं जीती है. हम इसे पर्थ में ही जीतना चाहते हैं.’
टीम के प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा, ‘हम दबाव बनाने में सफल रहे. हमने कई खाली गेंद की और मेडन ओवर किये और इससे हमें विकेट मिले. अच्छे खिलाड़ियों के सामने आपके आक्रमण को दबाव बनाना होता है.’
उन्होंने कहा कि इस टेस्ट मैच से पहले उनकी टीम के लिये नियमित रूप से 20 विकेट लेना मसला था. क्लार्क ने कहा, ‘सबसे खुशी वाली बात यह है कि हमारे गेंदबाज भिन्न परिस्थितियों में सफल रहे हैं. पहले दिन विकेट से उन्हें मदद मिल रही थी लेकिन दूसरी पारी में यह सपाट हो गया था.’
एससीजी पर आस्ट्रेलिया की जीत का एक कारण क्लार्क की नाबाद 329 रन की पारी भी रही. उन्होंने कहा, ‘मेरी मुस्कान अब भी बनी हुई है. मैं ड्रेसिंग रूम में कुछ समय बिताना चाहता हूं. आज की रात मेरे लिये और टीम के लिये बेहद खास होगी. एक पारी में इतने अधिक रन बनाकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है.’
क्लार्क ने कहा, ‘घरेलू श्रृंखला में पूर्णकालिक कप्तान के रूप में यह मेरी पहली श्रृंखला है. मेरे लिये पिछली गर्मियां अच्छी नहीं रही. मैं योगदान देकर और इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करके वास्तव में खुश हूं.’
क्लार्क ने तिहरा शतक जड़ने के अलावा सचिन तेंदुलकर का विकेट भी लिया. उन्होंने कहा, ‘नयी गेंद लेने में ज्यादा समय नहीं था. यह मेरा और माइकल हस्सी का विकेट था. यह बहुत अच्छा विकेट था. वह इतना महान खिलाड़ी है इसलिए यह महत्वपूर्ण विकेट था.’