महेंद्र सिंह धोनी ने पीयूष चावला को भारत की 15 सदस्यीय विश्व कप टीम में शामिल करने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि लेग स्पिनर की मौजूदगी से गेंदबाजी आक्रमण में विविधता आयेगी.
भारतीय कप्तान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे मैच से पहले कहा, ‘पीयूष का टीम में होना अच्छा है क्योंकि इससे आक्रमण में विविधता आयेगी. वह बल्लेबाजी भी कर सकता है और उसने रणजी में अच्छे रन बनाये हैं. यदि हम पांच गेंदबाजों को लेकर उतरे तो वह सातवें या आठवें नंबर पर उपयोगी बल्लेबाज साबित हो सकता है.’ चावला ने जुलाई 2008 के बाद से कोई वनडे नहीं खेला है.
धोनी ने कहा, ‘मैं हमेशा कहता हूं कि प्रथम श्रेणी मैच, आईपीएल मैच या अंतरराष्ट्रीय मैच खेलना अलग बात है. पीयूष को अंतरराष्ट्रीय मैच अनुभव की जरूरत है.’ रोहित शर्मा, एस श्रीसंत, ईशांत शर्मा के नहीं चुने जाने के बावजूद धोनी ने कहा कि रिजर्व खिलाड़ियों को सकारात्मक सोच रखनी चाहिये.
उन्होंने कहा, ‘यदि आप रिजर्व हैं और कोई बल्लेबाज या गेंदबाज घायल हो जाता है तो आपको खेलना होगा लिहाजा सोच सकारात्मक होना जरूरी है.’ धोनी ने कहा, ‘आखिर में 15 खिलाड़ियों को ही चुनना है और किसी को तो बाहर रहना ही होगा. मैं तो यही कहूंगा कि जब भी मौका मिले तो अच्छा प्रदर्शन करें और अपने मौके का इंतजार करे.’ {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि भारत को अपने क्षेत्ररक्षण और डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी पर फोकस करना होगा. धोनी ने बताया कि मंगलवार के मैच में सचिन तेंदुलकर की गैर मौजूदगी में विराट कोहली पारी की शुरूआत मुरली विजय के साथ करेंगे जबकि रोहित शर्मा तीसरे नंबर पर उतरेंगे. उन्होंने कहा, ‘हम कुछ खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं. चोट के कारण वैसे भी कई खिलाड़ी बाहर हैं. हमारे पास सात बल्लेबाज हैं और विश्व कप से पहले सभी को मौका मिलेगा.’
पिछले एक साल से सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों के साथ नहीं उतर पाने के बारे में धोनी ने कहा, ‘यह बड़ा झटका है. हमने पिछले एक साल से सर्वश्रेष्ठ 11 खिलाड़ियों के साथ नहीं खेला है लेकिन इससे युवाओं को मौका मिला है और उनमें से कुछ ने विश्व कप टीम में जगह भी बना ली है.’ कप्तान ने यह भी कहा कि पिछले मैच में मिली रोमांचक जीत अब अतीत की बात हो गई है और टीम को नये सिरे से शुरूआत करनी होगी.