भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने राहुल द्रविड़ को विवादास्पद तरीके से आउट दिये जाने के बाद निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) की सटीकता पर सवाल उठाये. द्रविड़ को तीसरे अंपायर ने आउट दे दिया था जबकि टेलीविजन रीप्ले से साफ लग रहा था कि गेंद उनके बल्ले से लगकर नहीं गयी है.
धोनी ने इंग्लैंड के खिलाफ बारिश के कारण रद्द कर दिये गये पहले एकदिवसीय मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘इस फैसले को लेकर कुछ बातें साफ थी. हाट स्पाट में कोई निशान नहीं था. देखने पर भी नहीं लग रहा था कि गेंद बल्ले से लगी है और अंपायर ने भी नाट आउट दिया था. इस तरह के मामलों में बल्लेबाज को संदेह का लाभ मिलता है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं अब भी समझ नहीं पा रहा हूं कि उन्हें कैसे आउट दिया गया. क्या इसके लिये स्निकोमीटर की मदद ली गयी? क्या स्निको के उपयोग की अनुमति है? क्या आडियो टेक्नीशियन की मदद ली गयी? या तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया. इस तरह के कई सवाल पूछे जा सकते हैं. बल्लेबाज को संदेह का लाभ क्यों नहीं दिया गया.’
इसके अलावा धोनी भारतीय टीम में चोटिल खिलाड़ियों की बढ़ती संख्या से भी चिंतित है. सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा इस सूची में जुड़ने वाले नये नाम हैं. उन्होंने कहा, ‘शुरू में मैंने कहा था कि जो कुछ हुआ उसका हम कुछ नहीं कर सकते लेकिन उसके बाद लगातार चोटिल खिलाड़ियों की संख्या बढ़ रही है.’ तेंदुलकर की दाहिने पांव की उंगलियों में जलन है तो रोहित पहले एकदिवसीय में भारतीय पारी के दौरान चोटिल हो गये थे. उनके दायें पांव की उंगली में फ्रैक्चर हो गया है.
धोनी ने पुष्टि की कि टीम ने रोहित के स्थान पर नये खिलाड़ी को भेजने के लिये कहा है. दायें हाथ का यह बल्लेबाज पूरी श्रृंखला में नहीं खेल पाएगा. उन्होंने कहा, ‘रोहित विशेषज्ञ चिकित्सक के पास जाएगा और यह तय है कि वह इस श्रृंखला में आगे नहीं खेल पाएगा. तेंदुलकर भी विशेषज्ञ के पास जाएंगे. उनकी चोट पुरानी है जो उबर गयी है. उन्होंने पिछली शाम को हमारे साथ अभ्यास किया लेकिन सुबह वह फिट नहीं थे.’
धोनी ने कहा, ‘इस श्रृंखला में काफी कुछ घटा है. अब यही (मैच रद्द होना) ही बचा था. उनके लिये 12 ओवर में 130 रन बनाना मुश्किल होता. यह मुश्किल लक्ष्य था क्योंकि हमने पहले सात ओवर में अच्छी गेंदबाजी की थी.’
भारतीय कप्तान ने 50 ओवर में सात विकेट पर 274 रन बनाने के लिये अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी की. नई गेंद की चमक उतारना महत्वपूर्ण था. साल के इस समय में शुरू में वह स्विंग लेती है। हम अच्छी साझेदारियां चाहते थे. रहाणे के आउट होने के बाद पार्थिव ने सुनिश्चित किया कि वह कुछ भागीदारियां निभाएंगे जिससे निचले क्रम के बल्लेबाज तेजी से रन बना सकें.’