मैदान पर विराट कोहली की आक्रामकता क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय है लेकिन भारत का उप कप्तान अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से मिली सलाह के बाद अपने रवैये को बदलने में कड़ी मेहनत कर रहा है.
कोहली ने कहा, ‘मैंने इसके बारे में एमएस धोनी से काफी बात की है. वह ऐसा खिलाड़ी है जो भावनाओं में नहीं बहता और उस हद को पार नहीं करता. वह ऐसा खिलाड़ी है जो हमेशा धर्य से काम लेता है. इतने महत्वपूर्ण व्यक्ति से इस तरह की चीज सीखना अहम है.’
उन्होंने कहा, ‘वह मुझे कहता रहता है कि जब तक मैं इस हद के अंदर रहूंगा तब तक क्रिकेटर के रूप में मुझमें सुधार होता रहेगा.’
यह पूछने पर कि क्या उप कप्तानी ने उन्हें अधिक जागरूक कर दिया है, कोहली ने कहा, ‘जब मैं उप कप्तान बना तो मेरे आसपास के लोगों ने मुझसे कहा कि मुझे अपनी आक्रामकता के बदलाव लाने की जरूरत है. क्योंकि लोग की अब मुझे पर अधिक नजर है और मुझे अपने आक्रामक रवैये में बदलाव करना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘आप समय के साथ सीखते हो. शुरूआत में मैं उस तरह प्रतिक्रिया देता था जिस तरह मुझे नहीं देनी चाहिए. अब जब मैं पीछे मुड़कर देखता हूं. यह स्वाभाविक नहीं था. दबाव और विशेष मौकों ने आक्रामकता को नियंत्रित करना मुश्किल कर दिया.’