रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने शनिवार को कहा कि यदि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी लिखित में कहें तो वो इस्तीफा एक मिनट में दे देंगे.
त्रिवेदी ने साफ किया कि उचित तरीके से कहे जाने पर ही वो इस्तीफा देंगे.
त्रिवेदी ने कहा, ‘मैं पार्टी के निर्णय से बाध्य हूं. यदि मैं पद पर बने रहना चाहूं, तो बना रह सकता हूं. मैं इस तरह अपमानित नहीं होना चाहता. मैंने अपना काम किया है. वे मुझे उचित तरीके से कहें. मैं एक मिनट में इस्तीफा दे दूंगा.’
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने त्रिवेदी को फोन किया और कहा कि उन्हें बर्खास्त किया जाए, इसके पहले वह सम्मानजनक तरीके से इस्तीफा दे दें.
कल्याण बनर्जी के अनुसार, जब त्रिवेदी ने पार्टी प्रमुख के लिखित निर्देश पर जोर दिया, तो उन्होंने कहा कि बैरकपुर के सांसद त्रिवेदी ने मंत्री पद की शपथ लेने से पहले ममता बनर्जी से लिखित निर्देश नहीं मांगा था.
कल्याण बनर्जी ने कहा कि त्रिवेदी ने उनसे कहा कि वह चाहते हैं कि उन्हें पार्टी के निर्णय के बारे में ममता द्वारा लिखित रूप में अवगत कराया जाए.
लोकसभा में तृणमूल के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी ने उसके बाद त्रिवेदी से कहा कि पार्टी के लिखित निर्देश की जिद करना अच्छी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि जब वह मंत्री बने थे तब उन्होंने पार्टी नेता ममता बनर्जी से लिखित निर्देश पर जोर नहीं दिया था.
तृणमूल सूत्रों ने कहा है कि बनर्जी ने त्रिवेदी से कहा कि चूंकि पार्टी उन्हें मंत्री के रूप में नहीं देखना चाहती, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.
बनर्जी ने त्रिवेदी से कहा, ‘चूंकि पार्टी चाहती थी कि आप मंत्री पद की शपथ लें, इसलिए आपने ऐसा किया. आज पार्टी नहीं चाहती कि आप मंत्री पद पर बने रहे. लिहाजा आपको इस्तीफा दे देना चाहिए.’
उधर, त्रिवेदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या ममता बनर्जी ने उनसे अभी तक नहीं कहा है कि वो इस्तीफा दें. त्रिवेदी ने कहा, ‘मैं एक संवैधानिक पद पर आसीन हूं. कल अगर मुझसे पूछा जाता है कि आपने इस्तीफा किसके कहने पर दिया तो मेरे पास क्या जवाब होगा.’
गौरतलब है कि त्रिवेदी के पहले रेल बजट में बुधवार को 10 वर्षो बाद हर श्रेणी के रेल किराए में वृद्धि का प्रस्ताव किया गया और यात्री किराया बढ़ाने से तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी उनसे नाराज हैं.
इस किराया वृद्धि से नाराज पार्टी प्रमुख बनर्जी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बुधवार रात आग्रह किया कि वह त्रिवेदी को रेल मंत्री पद से हटाकर उनकी पार्टी के दूसरे नेता, मुकुल राय को रेल मंत्री बना दें.