सरकार ने भविष्य निधि कोष में जमा राशि पर वर्ष 2011-12 के लिए ब्याज की दर 9.5 फीसदी से घटाकर 8.25 फीसदी कर दिया. इससे 4.7 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित होंगे.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वित्त मंत्रालय ने यह कटौती प्रस्तावित की है और इस बारे में श्रम मंत्रालय ने अधिसूचना जारी की है.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वर्ष 2010-11 के लिए 9.5 फीसदी ब्याज दर मुहैया किया था.
श्रम मंत्रालय ने इस वित्तीय वर्ष के लिए 8.6 फीसदी ब्याज दर की सिफारिश की थी.
श्रम सचिव एम सारंगी ने बताया, ‘वित्त मंत्रालय ने ब्याज दर का निर्धारण इस आधार पर किया है कि ईपीएफओ कितना भुगतान कर सकता है.’ हिंद मजदूर सभा ने सरकार के फैसले पर तीव्र प्रतिक्रिया की है और इस कटौती को अनुचित करार दिया है.
एचएमएस के सचिव एडी नागपाल ने कहा, ‘हम केंद्रीय न्यासी बोर्ड की अगली बैठक में इस फैसले का विरोध करेंगे.’ नागपाल ईपीएफओ के न्यासी भी हैं.