उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 59.20 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर गुरुवार को 829 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद कर दिया.
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया. इस चरण में 13 जिलों की 49 सीटों पर मतदान हुआ. पांचवें चरण में जिन 13 जिलों में मतदान सम्पन्न हुआ, उनमें एटा, कांशीराम नगर, कानपुर, रमाबाई नगर, महोबा, जालौन, झांसी, हमीरपुर, औरैया, इटावा, ललितपुर, मैनपुरी और फिरोजाबाद शामिल थे.
राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने देर शाम संवाददाता सम्मेलन में बताया, 'पांचवें चरण में अब तक 59.20 फीसदी मतदान की सूचना है. 13 में से छह जिलों में 60 फीसदी या उससे ज्यादा मतदान हुआ है.'
सिन्हा ने बताया कि सबसे ज्यादा 70.15 फीसदी मतदान ललितपुर जिले में हुआ जो अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है. जिस तरह सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होने के बाद मतदान केंद्रों पर लोग उत्साह से पहुंच रहे थे, उसे देखकर 60 प्रतिशत के आस-पास मतदान प्रतिशत की उम्मीद जताई जा रही थी. सिन्हा ने बताया कि मतदान वाले किसी जिले से किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं आई. पूरी मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गई. कुछ जगहों से केवल ईवीएम की खराबी और मतदाता पर्ची मिलने में देरी जैसी मामूली शिकायतें प्राप्त हुई जिनका तत्काल निस्तारण कर दिया गया.
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे. केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी), राज्य पुलिस और होमगार्ड के करीब डेढ़ लाख जवानों को तैनात किया गया था. पांचवें चरण में 17,267 मतदान केंद्र बनाए गए थे और चुनाव प्रक्रिया में 28,173 ईवीएम का प्रयोग हुआ.
इस चरण में सबसे ज्यादा 34 उम्मीदवार कानपुर की गोविंद नगर सीट पर और सबसे कम सात प्रत्याशी रमाबाई नगर की रसूलाबाद सीट पर चुनाव मैदान में थे. इस चरण में जिन दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता उमा भारती, समाजवादी पार्टी (सपा) नेता शिवपाल सिंह यादव, पूर्वमंत्री एवं वर्तमान में भाजपा उम्मीदवार बादशाह सिंह, मंत्री जयवीर सिंह शामिल हैं.