उत्तर प्रदेश में चुनावी घमासान अब पांचवें दौर में पहुंचने को बेताब है. पूरे देश की निगाहें गुरुवार को होने वाले पांचवें दौर के मतदान पर टिकी हुई हैं.
उत्तर प्रदेश की 16वीं विधानसभा के लिए सात चरणों में होने वाले चुनाव के पांचवें दौर में 13 जिलों की 49 सीटों के लिये 23 फरवरी को मतदान होना है.
इस चरण में उपेक्षा की त्रासदी झेल रहे बुंदेलखण्ड के कई जिलों तथा समाजवादी पार्टी (सपा) तथा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के गढ़ कहे जाने वाले इलाके में चुनाव होंगे.
इस दौर के चुनाव में प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शिवपाल सिंह यादव, भाजपा की तेज-तर्रार नेता उमा भारती तथा राज्य के पूर्व मंत्री बादशाह सिंह समेत कई सियासी हस्तियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा.
निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक, पांचवें चरण के चुनाव में प्रदेश के फिरोजाबाद, कांशीराम नगर, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, रमाबाई नगर, कानपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा जिलों की कुल 49 विधानसभा सीटों के लिये मतदान होगा.
उन्होंने बताया कि इस चरण में कुल 87 महिलाओं तथा एक किन्नर समेत 829 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा. इस चरण के मतदान के लिये 11745 मतदान केन्द्र तथा 17267 मतदान स्थल बनाये गये हैं जिन पर 18459 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनें :ईवीएम: इस्तेमाल की जाएंगी.
राज्य की संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनीता मेश्राम ने बताया कि इस चरण के चुनाव में एक करोड़ 56 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
पांचवें चरण के चुनाव में अर्से से उपेक्षा की त्रासदी झेल रहे बुंदेलखण्ड के जिलों जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा में मतदान होगा. इसके अलावा समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ मैनपुरी, इटावा, और फिरोजाबाद में भी इसी चरण में वोट पड़ेंगे. इस चरण में राज्य विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता शिवपाल सिंह यादव के चुनावी भाग्य का फैसला होगा जो इटावा की जसवंतनगर सीट से मैदान में हैं.
इसके अलावा प्रदेश में भाजपा को सत्ता में लाने की उम्मीदों का भार लिये पार्टी की तेजतर्रार नेता उमा भारती की लोकप्रियता की परीक्षा भी पांचवें चरण के चुनाव में होगी. पूर्व में मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं उमा की उत्तर प्रदेश के चुनाव मैदान में यह पहली पारी है.
भाजपा के पूर्व क्षत्रप और उसकी सरकार के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह की ताकत की परीक्षा भी पांचवें दौर के चुनाव में होगी. उनके संसदीय क्षेत्र और गढ़ कहे जाने वाले एटा में भी इसी चरण में चुनाव होना है.
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री प्रेमलता कटियार कानपुर की कल्याणपुर सीट से जबकि राज्य सरकार के मंत्री जयवीर सिंह मैनपुरी की करहल सीट से बसपा के प्रत्याशी हैं. उनके क्षेत्र में भी पांचवें चरण में ही चुनाव होंगे.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य एटा की अलीगंज सीट से पार्टी की प्रत्याशी हैं जहां पांचवें चरण में चुनाव होने हैं. इसके अलावा राज्य के स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले के मामले में इस्तीफा देने वाले प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अनंत मिश्र की पत्नी बसपा प्रत्याशी शिखा तिवारी की किस्मत का फैसला भी पांचवें चरण के चुनाव में होगा.
मैनपुरी की करहल सीट से सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की समधन उर्मिला यादव कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. वह सपा से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस में चली गयीं. उनका सियासी भाग्य भी पांचवें चरण के चुनाव में तय होगा.