आलोचनाओं से घिरे भारतीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने साफ किया कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर कोई फैसला नहीं किया है लेकिन उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उनका कैरियर निश्चित रूप से अंतिम पड़ाव में है.
आधुनिक क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक द्रविड़ ने आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर हुई श्रृंखला में 24.25 के औसत से केवल 194 रन बनाये जिसमें भारत को 0-4 से हार का मुंह देखना पड़ा. यह विदेशी सरजमीं पर भारत की लगातार दूसरी वाइटवाश शिकस्त है, इससे पहले उन्हें इंग्लैंड से इसी अंतर से पराजय मिली थी. इससे मीडिया में उनकी संन्यास की बातें चलने लगी थी.
द्रविड़ ने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से शुरुआत नहीं कर रहा हूं, यह मेरे कैरियर का अंतिम पड़ाव है, इसमें कोई शक नहीं है. लेकिन मैंने कोई फैसला नहीं किया है और अभी ऐसा कोई फैसला करने की जरूरत नहीं है. हम अभी अगले सात महीने तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे तो इसलिये देखते हैं कि क्या होता है.’
द्रविड़ वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. उन्होंने आस्ट्रेलियाई मीडिया से कहा, ‘करियर के इस दौर में हमेशा एक बार में सिर्फ एक ही श्रृंखला पर ध्यान लगाना चाहिए और ज्यादा दूर की बात नहीं सोचनी चाहिए. इसलिये हम देखेंगे कि क्या होता है.’
भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंची थी लेकिन इंग्लैंड में मिली करारी शिकस्त से इस स्थान को झटका लगा और अब आस्ट्रेलिया में इस प्रदर्शन से हालात और खराब हो गये हैं. आस्ट्रेलिया ने भारत को 298 रन से शिकस्त देकर यहां एडिलेड ओवल में चार मैचों की श्रृंखला में वाइटवाश किया.
द्रविड़ ने कहा, ‘हमने पिछली दो श्रृंखलाओं में विदेशी सरजमीं पर इतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है लेकिन मुझे उम्मीद है कि कुछ युवा खिलाड़ी सामने आयेंगे, इसमें थोड़ा समय लग सकता है लेकिन हम मजबूत आधार तैयार करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘भारत को मजबूत टेस्ट खेलने वाली टीम बनने की जरूरत है, क्रिकेट खेलने वाले ज्यादा देश नहीं है और अगर भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में प्रतिस्पर्धी है तो इससे काफी फर्क पड़ेगा. हमें कुछ क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है, विशेषकर इस मुश्किल समय में.’
विराट कोहली के अलावा भारतीय बल्लेबाजी लाइन अप के ज्यादातर बल्लेबाजों के लिये यह श्रृंखला काफी खराब रही.