महान बल्लेबाज विव रिचर्डस ने सर डान ब्रैडमेन को खेलते नहीं देखा लेकिन मौजूदा दौर के तमाम बल्लेबाजों में उन्हें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नजर नहीं आता.
रिचर्डस ने कहा कि मैने डान को खेलते नहीं देखा लेकिन जितने बल्लेबाजों को मैने देखा है, उनमें सचिन तेंदुलकर से बेहतर कोई नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि सचिन से बेहतर कोई बल्लेबाज है तो शायद वह अभी तक नहीं आया है. रिचर्डस ने तेंदुलकर को ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, जाक कैलिस और अपने दौर के सुनील गावस्कर तथा जावेद मियांदाद से भी बेहतर बनाया.
ब्रैंडमेन ने अपने 20 साल के कैरियर में 52 टेस्ट में 29 शतक जमाये थे. तेंदुलकर 22 साल के कैरियर में अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय शतक बना चुके हैं.
रिचर्डस ने कहा कि तेंदुलकर की सबसे बड़ी खूबी यह है कि उसने दर्द, नाकामी, थकान और चोट से उबरकर कैरियर का सर्कल पूरा किया है. इसके बावजूद वह लगातार अच्छा खेल रहा है. वह संपूर्ण पैकेज है और सबसे ज्यादा सम्मानित क्रिकेटर भी. उन्होंने वेस्टइंडीज दौरे से बाहर रहने के तेंदुलकर के फैसले का भी बचाव किया.
यहां जानी वाकर के एक प्रचार कार्यक्रम में आये रिचर्डस ने कहा कि तेंदुलकर 37 बरस का है, वह अब पहले की तरह युवा नहीं है, लिहाजा उसके फैसले का सम्मान करना चाहिये. उन्होंने कहा कि उसे बखूबी पता है कि उसके लिये क्या ठीक है. उन्होंने यह भी कहा कि तेंदुलकर की मौजूदगी कैरेबियाई दौरे पर युवाओं के लिये प्रेरणास्रोत होती.
रिचर्डस ने कहा कि युवाओं के लिये उसे खेलते देखना यादगार अनुभव होता. वह पारी की तैयारी कैसे करता है, कैसे उसे बढाता है, हालात के अनुकूल खुद को कैसे ढालता है. यह बेहतरीन अनुभव होता. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट समुदाय से मिलने वाले प्यार से वह अभिभूत हैं.
उन्होंने कहा कि एक बार फ्लाइट में गौतम गंभीर मेरे साथ था. मैं बल्लेबाजी की बारीकियां जानने की उसकी उत्सुकता देखकर हैरान रह गया. यह जुनून ही उसके जैसे खिलाड़ियों को दूसरों से अलग करता है.