प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली के घरेलू मैदान पर भी उनकी टीम पुणे वॉरियर्स पर से हार का ग्रहण हट नहीं सका. कोलकाता नाइट राइडर्स ने खचाखच भरे ईडन गार्डन पर आईपीएल का सबसे चर्चित मुकाबला सात रन से जीतकर दादा समर्थकों का दिल तोड़ दिया.
कप्तान गौतम गंभीर (56) और ब्रेंडन मैक्कुलम (42) से मिली शानदार शुरुआत के दम पर केकेआर ने पांच विकेट पर 150 रन बनाये. जवाब में पुणे वॉरियर्स आठ विकेट पर 143 रन ही बना सके.
गांगुली (36) और एंजेलो मैथ्यूज (35) को छोड़कर कोई बल्लेबाज नहीं चल सका. पुणे की यह लगातार पांचवीं हार है और प्लेऑफ में पहुंचने की उसकी संभावना लगभग खत्म हो गई है.
पुणे के 12 मैचों में आठ ही अंक है और वह तालिका में सिर्फ डेक्कन चार्जर्स से ऊपर है.
दूसरी ओर गौतम गंभीर की अगुवाई वाली केकेआर 11 मैचों में 15 अंक लेकर दिल्ली डेयरडेविल्स के बाद दूसरे स्थान पर है. ईडेन गार्डन्स में चल रहे इस मुकाबले में केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर (56) और ब्रेंडन मैक्कुलम (42) ने टीम को आतिशी शुरुआत देते हुए 11वें ओवर में 100 रनों का आंकड़ा पार कर लिया.
एक समय लग रहा था कि केकेआर आसानी से 200 का आंकड़ा पार कर जाएगा, लेकिन एंजलों मैथ्यूज और मुरली कार्तिक ने अहम मौके पर विकेट लेकर पुणे की वापसी कराई. गौतम गंभीर ने 36 गेंदों पर 4 चौके और 2 छक्कों की मदद से 56 रनों की पारी खेली. मुरली कार्तिक ने मिथुन मन्हास के हाथों गंभीर को कैच कराके केकेआर को पहला झटका दिया.
इसके कुछ देर बाद ही मैक्कुलम 43 गेंदों पर 42 रन बनाकर मैथ्यूज की गेंद पर एलबीडब्ल्यू रहे.
केकेआर की हालत और खराब होती अगर पुणे के क्षेत्ररक्षक कुछ आसान कैच लपक लेते. इसके बाद जैक कालिस 1 रन बनाकर मैथ्यूज का दूसरा शिकार बने.
यूसुफ पठान 11 रन बनाकर छक्का जड़ने के चक्कर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर आउट हो गए. इस तरह से केकेआर को 134 रनों पर चौथा झटका लगा. लक्ष्मीरतन शुक्ला बिना खाता खोले भुवनेश्वर का दूसरा शिकार बने.
देवब्रत दास (नाबाद 15) और मनोज तिवारी (नाबाद 6) ने आखिरी के दो ओवरों में कुछ अच्छे शॉट्स खेलकर केकेआर को 150 रनों तक पहुंचाया.
भुवनेश्वर कुमार और एंजलो मैथ्यूज ने दो-दो विकेट झटके. जवाब में पुणे की शुरुआत खराब रही और चौथे ओवर में 28 के स्कोर पर उसके दोनों सलामी बल्लेबाज माइकल क्लार्क (01) और रॉबिन उथप्पा (17) पवेलियन लौट चुके थे.
दोनों को मर्चेंट डि लांगे ने आउट किया. इसके बाद अगले तीन विकेट भी जल्दी गिर गए और 55 रन पर आधी टीम लौट चुकी थी. मनीष पांडे (17) और मिथुन मन्हास (01) के जाने के बाद सबसे करारा झटका फॉर्म में चल रहे स्टीवन स्मिथ (14) के रूप में लगा जिन्हें सुनील नरेन ने पवेलियन भेजा.
नरेन ने चार ओवर में 13 रन देकर एक विकेट लिया. बल्लेबाजी क्रम में नीचे आये गांगुली ने इसके बाद मैथ्यूज के साथ छठे विकेट के लिये 73 रन की साझेदारी करके पुणे को मैच में लौटाया.
एक समय पुणे को 36 गेंद में 61 रन चाहिये थे जब मैथ्यूज ने युसूफ को लगातार तीन छक्के लगाकर गेंद और रन का अंतर कम किया. पुणे को आखिरी तीन ओवर में 31 रन की जरूरत थी और गांगुली ने रजत भाटिया को पहली गेंद पर छक्का लगाया. इसी ओवर की चौथी गेंद पर वह हालांकि डीप मिडविकेट में इकबाल अब्दुल्ला को कैच दे बैठे.
उन्होंने 35 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से 36 रन बनाये. इसके बाद टीम मैच में वापसी नहीं कर सकी.
आखिरी ओवर में 18 रन चाहिये थे लेकिन मैथ्यूज तीन छक्कों वाला कमाल नहीं दोहरा पाये. केकेआर के लिये डि लांगे ने चार ओवर में 34 रन देकर तीन विकेट लिये.