आस्ट्रेलियाई मीडिया ने पहले क्रिकेट टेस्ट में भारत के मशहूर बल्लेबाजी क्रम की फजीहत करने वाली अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि ‘एमसीजी पर भारतीय टीम मुंह के बल गिरी और चोटिल हो गई.’
भारत ने दो पारियों में 282 और 169 रन बनाये. आस्ट्रेलिया ने मैच 122 रन से जीता. सचिन तेंदुलकर अकेले कुछ देर टिक सके जिन्होंने 73 और 32 रन बनाये. ‘डेली टेलिग्राफ’ ने कहा कि अब दबाव भारत और उसके बल्लेबाजी क्रम पर है जिन्हें साबित करना होगा कि वे सपाट विकेटों के ही शेर नहीं हैं.
अखबार ने कहा, ‘एम एस धोनी ने स्वीकार किया कि भारत का सबसे मजबूत हथियार अब उसकी कमजोरी बन गया है. बल्लेबाजों के लगातार नाकाम रहने के बाद उन्हें साबित करना होगा कि सपाट विकेट ही उनके अच्छे प्रदर्शन का राज नहीं है.’
इसने कहा, ‘आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा था कि उपमहाद्वीप की बेजान पिचों पर भारत के अच्छे प्रदर्शन ने उम्रदराज हो चले धुरंधरों वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ का बचाव किया है.’ स्थानीय मीडिया ने तेंदुलकर की तारीफ करते हुए कहा, ‘आस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट आसानी से जीत लिया जब चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर आउट हो गए थे. डान ब्रैडमेन के दिनों में उनके आउट होने पर पोस्टर यही लगते थे ‘ही इज आउट’.
मैच की दूसरी पारी में भी सचिन के आउट होने पर ऐसा ही पोस्टर देखा गया जिस पर लिखा था ‘इट्स ओवर.’ ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ ने कहा, ‘सचिन तेंदुलकर ही कुछ देर डटकर खेल सके. वह 38 बरस के हैं लेकिन उम्र का उन पर कोई असर नहीं. इस मैच में तो उनके बल्ले पर गेंद की आवाज भी दूसरों से मजबूत थी. उनके रहते भारत के लिये कुछ भी मुमकिन था.’ मीडिया ने अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले महीने होबर्ट में न्यूजीलैंड के हाथों अप्रत्याशित हार के बाद अब उसने खोई लय हासिल कर ली है. अखबार ने कहा, ‘टेस्ट टीम की किलर इंस्टिंक्ट लौट आई है और सिडनी में प्रदर्शन बेहतर होगा.’