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टीम इंडिया ने इंग्‍लैंड को 8 विकेट से रौंदा

दूसरे वनडे में भारत ने इंग्‍लैंड को 8 विकेट से करारी मात दी. इंग्‍लैंड द्वारा जीत के लिए दिए गए 238 रनों क लक्ष्‍य को टीम इंडिया ने 13.2 ओवर शेष रहते ही हासिल कर लिया. विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया.

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विराट कोहली
विराट कोहली

दूसरे वनडे में भारत ने इंग्‍लैंड को 8 विकेट से करारी मात दी. इंग्‍लैंड द्वारा जीत के लिए दिए गए 238 रनों क लक्ष्‍य को टीम इंडिया ने 13.2 ओवर शेष रहते ही हासिल कर लिया. विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया. भारत की जीत के नायक रहे विराट कोहली जिन्‍होंने 112 रनों की शानदार पारी खेली. कोहली ने 98 गेंदों का सामना किया और 16 चौके भी लगाए. गौतम गंभीर ने भी बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया और कोहली का भरपूर साथ दिया. गंभीर ने 90 गेंदों का सामना कर 90 गेंदों का सामना कर 10 चौकों की सहायता से शानदार 84 रन बनाए.

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भारत ने इसके साथ ही इंग्लैंड का अपनी सरजमीं पर वही हश्र करने का अभियान जारी रखा जैसा उसने अपनी पिचों पर भारतीय टीम का किया था. भारत की इस आसान जीत की नींव गेंदबाजों ने रख दी थी. तेज गेंदबाज आर विनयकुमार ने 30 रन देकर चार विकेट लिये जिससे पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा इंग्लैंड 48.2 ओवर में 237 रन पर सिमट गया.

पहले दो विकेट शून्य पर गंवाने के बाद इंग्लैंड के मध्यक्रम के बल्लेबाज जोनाथन ट्राट (34), केविन पीटरसन (46), रवि बोपारा (36), समित पटेल (42) और जानी बेयरस्टॉ (35) अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाये. कोटला पर अब तक दिल्ली का कोई भी बल्लेबाज खास प्रदर्शन नहीं कर पाया था लेकिन गंभीर (90 गेंद पर नाबाद 84) और कोहली (98 गेंद पर नाबाद 112) ने तीसरे विकेट के लिये 209 रन की अटूट रिकार्ड साझेदारी करके सारे मिथक चूर चूर किये और भारत का स्कोर 36.4 ओवर में दो विकेट पर 238 रन पहुंचाकर उसे पांच मैच की श्रृंखला में 2-0 से आगे कर दिया. कोहली ने सैकड़ा जड़कर कोटला पर भारतीयों का शतक नहीं जड़ पाने का मिथक भी तोड़ दिया.

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देखें दूसरे एकदिवसीय मैच का स्‍कोर कार्ड

यह पिछले 15 साल में इस मैदान पर वनडे में किसी भारतीय का पहला शतक है. इससे पहले 1996 में सचिन तेंदुलकर ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 137 रन बनाये थे. भारत को चौके से जीत दिलाने वाले कोहली ने अपनी पारी में 16 बार गेंद बाउंड्री पार भेजी. गंभीर की पारी में दस चौके शामिल हैं. पार्थिव पटेल (12) और अजिंक्‍या रहाणे (14) फिर से टीम को अच्छी शुरुआत देने में असफल रहे.

पार्थिव को तो शुरू में ग्रीम स्वान ने जीवनदान भी दिया लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और ब्रेसनन की गेंद को 30 गज के घेरे के उपर से मारने के प्रयास में मिड ऑन पर एलिस्टेयर कुक को कैच दे बैठे. कुक ने उछलकर यह कैच लिया. ब्रेसनन का अगला ओवर घटनाप्रधान रहा. रहाणे ने उन पर पहले चौका और फिर लांग लेग पर छक्का जमाया लेकिन तेजी से उठती अगली गेंद को भी उन्होंने उसी क्षेत्र में उछाल दिया और लेकिन इस बार वह जेड डर्नबाक के सुरक्षित हाथों में समा गयी.

गंभीर को शुरू में आंख जमाने में समय लगा. उन्होंने ब्रेसनन का रूमाल गिरने के कारण ध्यान भंग होने और ताकतवर शॉट खेलने की शुरुआती हिचकिचाहट के बाद अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी की जबकि उनके जूनियर साथी कोहली शुरू से ही अपने स्थानीय प्रशंसकों को रोमांचित करते रहे. उन्होंने अपने पुल, कट और ड्राइव का खुलकर इजहार करके दर्शनीय नजारा पेश किया.

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इस बीच इंग्लैंड का क्षेत्ररक्षण भी खराब रहा और कुछ अवसरों पर उन्होंने जहां एक रन नहीं होना चाहिए था वहां चार रन दिये. इसके अलावा ओस ने भी अपना कमाल दिखाया. गेंद के लगातार गीली होने के कारण उस पर ग्रिप बनाना आसान नहीं था जबकि ऐसी परिस्थितियों में बल्लेबाजी अधिक आसान बन गयी थी. इंग्लैंड का कोई भी गेंदबाज कोटला की इस पिच पर प्रभाव नहीं छोड़ पाया.

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कुक की गेंदबाजी में लगातार बदलाव की रणनीति भी नहीं चल पायी. कोहली और गंभीर ने इसके बाद न सिर्फ कोटला पर बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ भी तीसरे विकेट की सर्वाधिक रन की साझेदारी का रिकार्ड तोड़ा. यह दोनों ही रिकार्ड 175 रन के थे. कोटला पर पिछला रिकार्ड सचिन तेंदुलकर और मोहम्मद अजहरूद्दीन के बीच (बनाम श्रीलंका 1996) और इंग्लैंड के खिलाफ नवजोत सिद्धू और अजहरूद्दीन (ग्वालियर, 1993) था. कोहली ने डर्नबैक पर एक रन लेकर अपना सातवां वनडे शतक पूरा करके कोटला में शोर का डेसीबल बढ़ा दिया. उन्होंने इसके बाद दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया जो शुरू से इस युवा बल्लेबाज की हौसलाअफजाई कर रहे थे.

इससे पहले शुरुआती दो ओवर में ही इंग्लैंड का स्कोर बिना किसी रन के दो विकेट हो गया. कुक ने प्रवीण कुमार की उछाल लेती शार्ट पिच गेंद को कट करके प्वाइंट पर खड़े जडेजा को आसान कैच थमाया. इसके बाद क्रेग कीसवेटर ने विनयकुमार की गेंद पर स्लिप में खड़े कोहली को कैच का अभ्‍यास कराया. इंग्लैंड का पहला रन 14वीं गेंद पर बना. प्रवीण के तीसरे ओवर में 17 रन बटोरकर इससे उबरने की कोशिश की जिसमें ट्राट के लगातार तीन चौके शामिल हैं. ट्राट ने हालांकि जल्द ही विनयकुमार की बाहर जाती गेंद पर बल्ला भिड़ाकर धोनी को कैच दे दिया. उनकी 37 गेंद की पारी में सात चौके शामिल हैं.

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तस्‍वीरों में देखें पहले वनडे में धोनी और रैना का धमाल

विनयकुमार ने पहले स्पैल में सात ओवर में 25 रन देकर दो विकेट लिये. उनकी जगह पर आये यादव का बोपारा ने दो चौकों से स्वागत किया जिसके बाद धोनी ने उस छोर से जडेजा को गेंद सौंप दी. पीटरसन ने उन पर लगातार दो छक्के जमाये. पीटरसन और बोपारा के बीच चौथे विकेट के लिये 89 गेंद पर 73 रन की खतरनाक दिख रही साझेदारी का अंत अश्विन ने किया.

उनकी टर्न लेती गेंद बोपारा के बल्ले से शरमाती, सकुचाती पैड पर लगी और अपील होते ही बिली बोडेन की उंगली उठ गयी. अगले ओवर में यादव की बाहर जाती गेंद पीटरसन के बल्ले का किनारा लेकर धोनी के दस्तानों चली गयी. अंपायर शाविर तारापोर ने उंगली उठाने के बाद कैच सही था या नहीं इसके लिये तीसरे अंपायर का सहारा लिया लेकिन धोनी सही निकले. स्कोर पांच विकेट पर 121 रन हो गया और नक्शा एकदम से पलट गया.

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बोपारा ने अपनी 50 गेंद की पारी में चार चौके जबकि पीटरसन ने 53 गेंद खेलकर तीन चौके और दो छक्के लगाये. बेयरस्टॉ और पटेल ने यहां से पारी को संवारने की जिम्मेदारी संभाली. इस बीच पटेल ने दोनों स्पिनरों जडेजा और अश्विन पर छक्के भी जड़े. यादव ने ऐसे समय पर गुडलेंथ गेंद पर पटेल को पगबाधा आउट करके बेयरस्टॉ के साथ उनकी 86 रन की साझेदारी तोड़ी.

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जडेजा के अगले ओवर में कोहली ने बेयरस्टॉ की लांग आफ पर छक्के के लिये उठायी गेंद को सीमा रेखा पर उछलते हुए कैच में तब्दील किया. विनयकुमार ने इसके बाद ब्रेसनन (12) और ग्रीम स्वान (7) को अपने एक ओवर में पवेलियन भेजा. कर्नाटक के इस तेज गेंदबाज का इससे पहले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 51 रन देकर दो विकेट था जो उन्होंने पिछले साल जिम्बाब्वे के खिलाफ बुलावायो में किया था.

टीमें इस प्रकार है:
भारत:
पार्थिव पटेल, अजिंक्य रहाणे, गौतम गंभीर, विराट कोहली, सुरेश रैना, एम.एस.धोनी, रवींद्र जडेजा, आर. अश्विन, प्रवीण कुमार, उमेश यादव, विनय कुमार.
इंग्लैंड: केविन पीटरसन, ऐलस्टेअर कुक, रवि बोपारा, ग्रीम स्वान, स्‍टीवेन फिन, जोनाथन ट्रॉट, टिम ब्रेसनैन, समित पटेल, जेड डेरनबैच, जोनाथन बेयरस्‍टॉ, क्रेग कीसवेटर.

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