टीम इंडिया की नंबर वन की कुर्सी इंग्लैंड दौरे पर ख़तरे में है. आईसीसी ने साफ किया है कि अगर टीम इंडिया 0-2 या 1-3 से चार मैंचों की ये सीरीज़ हारी तो नंबर वन का ताज इंग्लैंड को मिल जाएगा.
दुनिया की नंबर वन टीम का राज और ताज़ दोनों ख़तरे में है. खुद आईसीसी ने टीम इंडिया को आगाह किया है. इंडिया को न सिर्फ अपनी जीत के बारे में सोचना है ब्लकि सवधान भी रहना है कि कहीं अंग्रेज उन्हें 2 टेस्ट के अंतर से हरा न दें. ऐसा कोई भी फासला भारत से नंबर वन की कुर्सी छिन लेगा.
हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि इससे बहुत फर्क नहीं पड़ता बल्कि हमें अच्छे खेल पर ध्य़ान देना है.
धोनी इस बात को ज्यादा तूल नहीं देना चाहते, वो जानते हैं कि तूल देने का मतलब होगा टेंशन और प्रेशर को अपने खेमें में न्योता देकर बुलाना. मगर हम आपके सामने वो पूरा समीकरण रख रहे हैं जिनमें नंबर वन की पोजिशन को खतरा है.
इंग्लैंड अगर 2-0 से सीरीज़ जीते तो इस सूरत में उसके अंक होंगे 123 और इंडिया के 120 अंक. इंग्लैंड के 3-1 से जीतने की सूरत में भी अंकों के बीच फासला यही रहेगा. इन दोनों सूरत में भारत नंबर वन से फिसलकर नंबर दो पर आ जाएगा.
यानी ये सीरीज़ इंग्लैंड के लिए बहुत बड़ा मौका बनकर आ रही है. इंग्लिश टीम इस मौके की अहमियत अच्छी तरह जानती भी है.
इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास का कहते है, ‘हमें पता है कि ऐसा हो सकता है लेकिन इसके लिए हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा.’ ये एक ऐसा सपना है जो इंग्लैंड को जोश से भरेगा लेकिन इस सपने को हकीकत बनाना खुद उसके लिए भी आसान नहीं. उसे इतना तो याद होगा ही कि वो 2007 में टीम इंडिया ने उसे उसी के घर में घुसकर मारा था. तब टीम नंबर वन थी भी नहीं और अब जबकि वो दुनिया में बेस्ट है तो अपना दबदबा बनाये रखने के लिए उसे ऐसे तमाम टेस्ट से गुजरना ही होगा.