इंग्लैंड दौरे पर गई टीम इंडिया एक और विवादों में फंस गई है. सोमवार को आईसीसी अवार्ड समारोह में शिरकत करने टीम नहीं पहुंची. टीम के मुताबिक समारोह में शिरकत करने के लिए उन्हें न्योता देर से मिला था, हालांकि आईसीसी कहना है कि काफी पहले टीम इंडिया को आमंत्रण भेज दिया गया था.
कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी पर विशेष कवरेज
दुनिया भर के क्रिकेटरों को सजदा करने के लिए जुटी आईसीसी के सालाना क्रिकेट अवॉर्ड्स की महफिल में पूरी की पूरी टीम इंडिया नदारद थी. सवाल ये है कि आखिर क्यों. भारतीय टीम लंदन में होने के बावजूद क्यों नहीं आई? आयोजन स्थल टीम होटल से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर है और खिलाड़ियों के पास तैयारी के लिए 6 घंटे थे. टीम मैनेजर बीसीसीआई के उपाध्यक्ष भी हैं. क्या बीसीसीआई इस समारोह से अनजान था.
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टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड दौरे पर गए मैनेजर शिवलाल यादव की सफाई है कि देरी से मिले निमंत्रण की वजह से भारतीय खिलाड़ी समारोह में नहीं जा पाए लेकिन आईसीसी की मानें तो मामला गड़बड़ है. जबकि आईसीसी के अनुसार भारतीय टीम को वक्त रहते निमंत्रण भेज दिया गया था. आईसीसी ने दो सप्ताह पहले ही बुलावा भेज दिया था.
समारोह में भारतीय टीम के कप्तान एमएस धोनी को ट्रेंटब्रिज टेस्ट में इयन बेल को आउट होने के बावजूद फिर बल्लेबाजी के लिए बुलाने पर खेल भावना का अवॉर्ड देने का एलान किया गया.
इस समारोह में सर्वश्रेष्ठ वन-डे क्रिकेटर कुमार संगकारा, सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर एलिस्टर कुक और आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द इयर जोनाथन ट्रॉट को चुना गया जबकि इमर्जिंग प्लेयर अवॉर्ड वेस्टइंडीज़ के देवेंद्र बिशू को, सर्वश्रेष्ठ टी 20 प्लेयर अवॉर्ड टिम साउदी को, पीपुल्स चॉयस अवॉर्ड कुमार संगकारा को दिया गया.
इनके अलावा हॉल ऑफ फेम में कर्टली एंब्रोस (वेस्टइंडीज़), एलन डेविडसन (इंग्लैंड), बेलिना क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया), फ्रेडरिक स्पोफॉर्थ (ऑस्ट्रेलिया) को शामिल किया गया है. जो भी हो, टीम इंडिया को ये नहीं भूलना चाहिए कि उसके खाते में एक ही अवॉर्ड आया है और वो है उसके वर्ल्ड चैंपियन कप्तान को खेल भावना का अवॉर्ड. अगर, उनकी खेल भावना पर ही सवाल उठेंगे तो फिर इस अवॉर्ड का मतलब ही क्या है.