विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने टीम से बाहर किये गये साथी हरभजन सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि यह ऑफ स्पिनर जल्द ही फार्म में वापसी करके भारतीय टीम में अपनी जगह हासिल कर लेगा.
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हरभजन को शुक्रवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले पहले दो वनडे के लिये टीम में नहीं चुना गया. सहवाग ने कहा कि उसे फार्म में वापसी करने के लिये घरेलू सर्किट पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
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सहवाग ने कहा, ‘हरभजन एक चैम्पियन गेंदबाज है और मुझे इसमें कोई शक नहीं कि वह वापसी कर लेगा. वह नागपुर में चैलेंजर सीरीज में खेल रहा है. उसे घरेलू क्रिकेट में कड़ी मेहनत करनी होगी.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है जब मुझे 2007 में टीम से बाहर किया गया था. मैंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर टीम में वापसी की थी. फार्म में वापसी का सिर्फ यही तरीका है. यह समय का खेल है और हरभजन वापसी कर लेगा.’
सहवाग अब भी कंधे में लगी चोट से उबर रहे हैं जो उन्हें इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला के दौरान लगी थी. वह अब वेस्टइंडीज के भारत दौरे के लिये राष्ट्रीय टीम में वापसी पर निगाहें लगाये हुए हैं. सहवाग ने कंधे की चोट और कान की परेशानी के कारण आराम करने और रिहैबिलिटेशन के लिये अनुमति लेने से पहले अंतिम दो टेस्ट इंग्लैंड में बर्मिंघम और ओवल में खेले थे.
उन्होंने कहा, ‘मैं ठीक हूं. मैं एनसीए गया और रिहैबिलिटेशन भी ठीक चल रहा है.’ भारतीय टीम में उनकी वापसी के बारे में पूछने पर सहवाग ने कहा, ‘मैं कोई समय सीमा नहीं रखना चाहता. मैं वापसी के लिये कड़ी मेहनत कर रहा हूं. अब मेरा लक्ष्य वेस्टइंडीज श्रृंखला है.’
सहवाग के कंधे के दो आपरेशन हो चुके हैं और वह बैंगलोर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैबिलिटेशन करा रहे हैं जिससे वह इंग्लैंड में पूरी वनडे श्रृंखला नहीं खेल सके. वेस्टइंडीज छह नवंबर से दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में तीन टेस्ट मैच खेलेगी जिसके बाद पांच मैचों की वनडे श्रृंखला खेले जायेंगे.
सहवाग ने इस बीच पिछले रविवार को हरियाणा के झज्जर जिले के शिलानी केशो गांव में एकीकृत खेल अकादमी खोलने का अपने पिता का सपना पूरा किया. इस क्रिकेटर के साथ उनकी मां कृष्णा और पत्नी आरती भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट अकादमी के उद्घाटन के लिये पहुंची.
सहवाग ने कहा, ‘यह मेरे पिता सपना था और मैंने यह पूरा कर दिया. मेरे पिता हमेशा बच्चों के लिये एक अकादमी खोलना चाहते थे ताकि उन्हें इससे फायदा मिल सके. मैं पिछले पांच साल से यह खोलना चाहता था.’