कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने अपने खिलाफ चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को शिकायत किए जाने के मद्देनजर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बात की.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने खुर्शीद के खिलाफ की गई शिकायत में उनपर अपने आदेशों का ‘अनुचित और गैर कानूनी’ अवज्ञा करने का आरोप लगाया था.
सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि फिलहाल लखनऊ में मौजूद खुर्शीद ने प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बात की लेकिन उनके बीच क्या बात हुई इस बारे में पता नहीं चल पाया है.
खुर्शीद ने प्रधानमंत्री से ऐसे दिन बात की जब कांग्रेस ने इस विवाद पर विधि मंत्री को फटकार लगाई है. पार्टी महासचिव और मीडिया विभाग के प्रमुख जर्नादन द्विवेदी ने इस बात का जिक्र किया कि पार्टी के सभी सदस्यों को सार्वजनिक जीवन एवं देश के कानून के मुताबिक बोलना चाहिए.
उल्लेखनीय है कि शनिवार को चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के खिलाफ राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को पत्र लिखा था. उस पत्र को बाद में राष्ट्रपति ने पीएमओ को सौंप कर उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया था.
बेरोजगारी भत्ता, पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण का वादा
रविवार को सलमान खुर्शीद ने मनरेगा के तहत 100 दिन का काम नहीं पा सकने वाले लोगों से बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया. साथ ही कहा कि चुनाव संपन्न होने के बाद पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण मुहैया करने की योजना लागू की जाएगी.
उन्होंने कहा कि चुनाव के चलते पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण प्रदान करने की प्रक्रिया रोक दी गई है.
खुर्शीद ने राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में एक चुनाव सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘सरकार उन लोगों को बेरोजगारी भत्ता मुहैया करेगी जिन्हें मनरेगा के तहत 100 दिन का काम नहीं मिल पा रहा है. इसके अलावा छह से 14 साल के बच्चों को मुफ्त भोजन और शिक्षा मुहैया की जाएगी.’
उन्होंने कहा कि पिछड़े मुसलमानों को आरक्षण चुनाव के चलते मुहैया नहीं किया जा सका लेकिन इसके संपन्न होने के बाद उन्हें आरक्षण मिल सकेगा.
किसानों के बारे में खुर्शीद ने कहा कि जल्द ही एक कानून बनाया जाएगा और जिन लोगों की जमीन उद्योग लगाने के लिए अधिग्रहित की जा रही है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा जो सर्किल दर से छह गुना ज्यादा होगा ताकि उन्हें अपनी आजीविका के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़े.
पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि विदेशी बाजार में कच्चे तेल के दाम में आए उतार चढ़ाव के चलते ऐसा हुआ है लेकिन जल्द ही उन्हें सस्ते खाद्यान्न प्रदान कर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के बच्चों को स्कूलों में मुफ्त शिक्षा प्रदान की जाएगी.