आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट के तीसरे दिन शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को लगातार छींटाकशी करने और स्थानीय दर्शकों को भारतीय क्रिकेटरों का सम्मान नहीं करने के लिये लताड़ा.
कोहली ने कहा, आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी जब हताश हो जाते हैं तब छींटाकशी करते हैं. निश्चित रूप से क्रीज पर काफी गर्म माहौल था. वे लगातार खिलाड़ियों पर छींटाकशी कर रहे थे ताकि वे ध्यान भंग कर सकें.’ कोहली ने 116 रन की पारी खेल कर भारत को चौथे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में 272 रन बनाने में मदद की.
उन्होंने कहा, ‘मेरी और रिद्धिमान साहा के बीच साझेदारी के दौरान वे काफी ज्यादा छींटाकशी कर रहे थे.’ मैदान पर एक ऐसा भी क्षण आया जब कोहली आस्ट्रेलियाई बेन हिल्फेन्हास के साथ शाब्दिक जंग में उलझ गये थे, इसके बाद वह रन आउट से बचे.
उन्होंने कहा, ‘हिल्फेन्हास ने मुझसे कुछ कहा जो बिलकुल ही गैरजरूरी था. पता नहीं वह कहां से आ गया जबकि वह गेंदबाजी भी नहीं कर रहा था. मैं 99 रन पर रन आउट होने से बचा. उसने मुझे कुछ ऐसे शब्द कहे थे जिसे मैं प्रेस कांफ्रेस में नहीं बता सकता.’ कोहली ने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने भी उसे कहा कि तुम्हें इससे कुछ लेना देना नहीं है तो तुम ऐसा क्यों कर रहे हो.’
कोहली ने जो कुछ किया, उन्हें इसका बिलकुल भी पछतावा नहीं है. उन्होंने कहा, ‘इशांत और मैंने दोनों ने पलटकर बोलना शुरू किया और हावी हो गये जिससे वह काफी भड़क गया. मैं आमतौर पर ऐसे ही क्रिकेट खेलता हूं. मैंने जो कुछ किया, उससे मैं खुश हूं.’ रिकी पोंटिंग को बीच बचाव के लिये आना पड़ा और कोहली को इस पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान ने खींचकर इस बहस से दूर किया जिससे हालात थोड़े शांत हो गये.
कोहली ने कहा, ‘पोंटिंग ने मुझसे कहा कि मैं उसका जवाब नहीं दूं वर्ना बेकार में मुझे परेशानी होगी. उसने सचमुच मेरी मदद की.’ एड कोवान और डेविड वार्नर ने पर्थ में कोहली और इशांत पर गुस्से में कुछ शब्द कहे थे, लेकिन उन्होंने इस युवा बल्लेबाज से कुछ नहीं कहा.
उन्होंने कहा, ‘उसने मुझे बधाई दी. दोनों ने ऐसा ही किया. दोनों ने कुछ नहीं कहा. सिडनी में वे मेरे पीछे पड़े हुए थे क्योंकि मैं रन नहीं बना रहा था और यहां मैंने शतक बना लिया.’ सिडनी में दूसरे टेस्ट के दौरान कोहली ने दर्शकों को मध्यम उंगली दिखायी थी जिसके लिये उन पर मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगा था.
कोहली ने कहा, ‘आपको शाब्दिक रूप से जवाब देना होता है. ऐसा करके शतक जड़ना बेहतर है. हम मैदान पर किसी (दर्शकों) से किसी तरह की बात सुनने नहीं जाते. हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं. हम इसमें सिर्फ भागीदारी के लिये नहीं आये. उन्हें यह बात जाननी होगी और हमें उन्हें बोलकर और अपने प्रदर्शन से यह बात बतानी होगी.’
उन्होंने कहा, ‘यह कभी कभार काफी निराशाजनक हो जाता है. वे ऐसी चीजें कहते हैं जो क्रिकेट मैदान पर नहीं कहनी चाहिए. हम मैदान पर खेलने जाते हैं, किसी की गाली सुनने के लिये नहीं. अगर वे क्रिकेट का लुत्फ उठाने आये हैं तो उन्हें ऐसा करना चाहिए. न की शराब पीकर खिलाड़ियों को गाली देनी चाहिए. यह खिलाड़ियों के प्रति ठीक व्यवहार नहीं है.’
कोहली ने कहा, ‘अगर खिलाड़ी कुछ कहता है तो उस पर जुर्माना और प्रतिबंध लगा दिया जाता है. दर्शक कुछ भी कहकर अपने घर जा सकते हैं. यह उचित तरीके से होना चाहिए.’