लंदन में अगले महीने होने वाले ओलंपिक खेल अब तक के सबसे महंगे खेल होंगे जिसका संभावित खर्चा 8.4 अरब पाउंड (756 अरब रूपये) का है जो निर्धारित बजट से 101 प्रतिशत ज्यादा है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के अनुसार पिछले 50 साल के ओलंपिक खेलों की राशि की तुलना में अंतिम लागत हमेशा ही बजट से उपर औसतन 179 प्रतिशत रही है.
लंदन 2012 के खेल संबंधित बजट 101 प्रतिशत तक बढ़ा है जिसमें इन खेलो पर 2005 के दौरान 4.2 अरब पाउंड की बोली लगायी गयी थी जो राशि अब 8.4 अरब पाउंड तक चली गयी है. शोधकर्ताओं के अनुसार 27 जुलाई से 12 अगस्त तक चलने वाले लंदन ओलंपिक खेलों का बजट मोटे तौर पर पिछले खेलों को देखते हुए सीमा में है लेकिन यह पिछले दशक में बजट से कहीं अधिक है.
ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं के अनुसार आयोजन समिति द्वारा शुरुआती और अंतिम बजट की तुलना से यह प्रतिशत निकाला गया है.
विज्ञप्ति के अनुसार आंकड़ों में मंहगाई के कारणों में सुरक्षा, यात्रा, तकनीक और समारोह तथा खेल स्थलों के लिये स्टेडियम निर्माण राशि, एथलीट गांव, प्रेस और मीडिया सेंटर शामिल हैं.
पिछले 50 साल के ओलंपिक खेलों की राशि की तुलना में लंदन ओलंपिक के बीजिंग, बार्सिलोना और मांट्रियल के साथ ही इतिहास के सबसे महंगे खेलों में शामिल होने की उम्मीद है.