ओलंपिक को भले ही दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता माना जाता हो लेकिन दिग्गज महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकोम का मानना है कि ओलंपिक में मुकाबला विश्व चैंपियनशिप जितना कड़ा नहीं होगा. विश्व चैंपियनशिप में मैरीकोम ने पांच स्वर्ण पदक जीते हैं.
लंदन ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी पदार्पण करेगी और मैरीकोम इन खेलों की इस स्पर्धा में भारत की एकमात्र मुक्केबाज होगी.
छह विश्व चैंपियनशिप में पांच स्वर्ण और एक रजत पदक जीतने वाली मैरीकोम को भारत की ओर से पदक के दावेदारों में शुमार किया जा रहा है.
दो बच्चों की मां मैरीकोम ने कहा, ‘मुझे लगता है कि विश्व चैंपियनशिप ओलंपिक से अधिक प्रतिस्पर्धी है क्योंकि उस स्तर पर प्रतिनिधित्व अधिक है. लेकिन तथ्य यह है कि ये ओलंपिक है और पहली बार महिला मुक्केबाजी का आयोजन हो रहा है जिसमें सिर्फ सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज उतर रही हैं और इसलिए प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी उंचा होगा.’
ओलंपिक की तैयारियों के तहत मैरीकोम ने राष्ट्रीय शिविर में पुरुष मुक्केबाजों के साथ तैयारी की है क्योंकि लंदन खेलों के दौरान उन्हें अपने से लंबी और भारी प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना होगा.