बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण ही सर्वसमाज में गरीबी एवं बेरोजगारी बढ़ी.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए तीन मार्च को होने वाले मतदान के अंतिम दौर से पहले मायावती ने रामपुर में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा, 'कांग्रेस की गलत नीतियों की वजह से ही सर्वसमाज में गरीबी एवं बेरोजगारी व्याप्त हुई और लोगों का पलायन हुआ, लेकिन कांग्रेस आज उन लोगों को भिखारी कह कर अपमानित कर रही है.'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की नाकामी की वजह से ही बसपा को सरकार बनाने का मौका मिला. विकास की दौड़ में पिछड़ा हुआ उत्तर प्रदेश बसपा सरकार को विरासत में मिला और ऐसा पूर्व सरकार की गलत नीतियों के कारण हुआ.'
मायावती ने कहा कि प्रदेश की गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के लिए बसपा सरकार ने अपने संसाधनों का इस्तेमाल किया और गुंडाराज को समाप्त कर कानून का राज स्थापित किया.
इससे पहले लखीमपुर खीरी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने केंद्र पर प्रदेश सरकार के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र ने जातिगत एवं राजनीतिक विद्वेष की वजह से राज्य के विकास के लिए धन नहीं दिया.
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ने बसपा सरकार के साथ जातिगत और राजनीतिक विद्वेष के चलते केंद्रीय कोटे का धन नहीं दिया. लेकिन केंद्र के सौतेले व्यवहार के बावजूद सरकार ने अपने सीमित संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए सूबे का विकास किया. बसपा की सरकार ने किसानों के हितों का हर स्तर पर पूरा ख्याल रखा. खास तौर पर गन्ना किसानों के लिए काफी अच्छे कदम उठाए गए. उनके बकायों का भुगतान स्वयं किया.'
मायावती ने कहा कि किसानों की हितैषी होने का दावा करने वाली केंद्र सरकार ने किसानों के साथ केवल धोखा किया है. बसपा के कार्यकाल में बिजली बिल भी माफ किए गए. प्रदेश के किसानों की बेहतरी के लिए नई भूमि अधिग्रहण नीति लागू की गई.
उन्होंने कहा कि सर्व समाज के नारे पर चलते हुए राज्य की सरकार ने पांच वर्षो के भीतर लगभग एक करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराया. बिजली के क्षेत्र में भी बसपा की सरकार ने महत्वपूर्ण काम किए हैं. कुछ ही वर्षो के भीतर जनता को 24 घंटे बिजली मिलेगी.