विराट कोहली ने पिछले साल अक्टूबर में इसी मैदान पर आस्ट्रेलिया के खिलाफ 118 रन की पारी खेली थी लेकिन दिल्ली के इस बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गयी 117 रन की पारी को उससे बेहतर करार दिया.
कोहली की शानदार पारी से भारत दूसरा वनडे मैच जीतने में भी सफल रहा. आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच की तरह इस मैच में भी उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया. कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘इस मैदान पर मैंने दो मैच में दो शतक जड़े हैं लेकिन दोनों की पिच भिन्न थी. इस शतक के लिये मुझे ज्यादा मेहनत करनी पड़ी. मुझे खुशी है कि मैं इस मैदान पर सफल रहा हूं. यहां के दर्शकों को क्रिकेट से प्यार है और वे हजारों की संख्या में मैच देखने के लिये पहुंचते हैं.’
इस युवा बल्लेबाज ने इसके साथ ही कहा कि उन्हें रोहित शर्मा के साथ बल्लेबाजी करने में काफी मजा आया. रोहित ने नाबाद 90 रन बनाये और इस बीच कोहली के साथ चौथे विकेट के लिये 163 रन की साझेदारी की. कोहली ने कहा, ‘रोहित के साथ बल्लेबाजी करने में हमेशा मजा आता है. हम लंबी साझेदारियां निभाना सीख रहे हैं. उसे बल्लेबाजी करते हुए देखना का अलग आनंद है.’
भारतीय कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने भी रोहित और विराट की जमकर तारीफ की लेकिन उन्होंने नयी गेंद के गेंदबाजों को भी जीत का श्रेय दिया. सहवाग ने रवि रामपाल की भी तारीफ की जिन्होंने दसवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरकर रिकार्ड 86 रन बनाये. उन्होंने कहा, ‘रामपाल ने बेहतरीन खेल का नजारा पेश किया और शानदार पारी खेली. मैंने उन्हें आउट करने के लिये सभी गेंदबाजों को आजमाया लेकिन आज का दिन उसके नाम का था.’
सैमी ने हार पर निराशा जतायी लेकिन उन्होंने कहा कि रामपाल और केमार रोच के बीच आखिरी विकेट की साझेदारी उनके लिये आगे प्रेरणा का काम करेगी उन्होंने कहा, ‘आखिरी विकेट की साझेदारी से हमें काफी प्रेरणा मिली. इससे पता चलता है कि टीम के तौर पर हम कड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं. हम बस आखिरी क्षणों में चूक रहे हैं. उम्मीद है कि जल्द ही हम अंतिम रेखा भी पार करने में सफल रहेंगे.’
सैमी ने भारतीयों को चेताया कि वह आगे के मैचों को सहजता से नहीं ले और उनकी टीम मजबूत वापसी करने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा, ‘हमें आत्मविश्वास बनाये रखना होगा और भारतीयों को फिर से कड़ी चुनौती पेश करनी होगी. हमें गलतियों से सीखना होगा और कोई मौका नहीं चूकना होगा. आज भी कुछ कैच छूटे. पिछले छह महीने रोच के लिये अच्छे नहीं रहे क्योंकि उनकी गेंद पर अधिकतर कैच छूटे हैं.’