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मेरे सर्वश्रेष्‍ठ बरस अभी आने बाकी: युवराज

भारत के मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह का मानना है कि एक क्रिकेटर के रूप में उनके सर्वश्रेष्ठ बरस ‘अभी आने बाकी हैं’ और वह अब अपने टेस्ट कैरियर को राह पर लाने की कोशिश करेंगे.

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युवराज सिंह
युवराज सिंह

भारत के मध्यक्रम के आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह का मानना है कि एक क्रिकेटर के रूप में उनके सर्वश्रेष्ठ बरस ‘अभी आने बाकी हैं’ और वह अब अपने टेस्ट कैरियर को राह पर लाने की कोशिश करेंगे.

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युवराज टेस्ट टीम के नियमित सदस्य नहीं हैं और पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के बाद उन्होंने टीम में अपना स्थान गंवा दिया था. बायें हाथ का यह बल्लेबाज हालांकि चाहता है कि संन्यास के बाद उन्हें अच्छे टेस्ट क्रिकेटर के रूप में याद किया जाए.

युवराज ने कहा, ‘यह मेरे टेस्ट कैरियर पर ध्यान देने का सही समय है. मैं चाहता हूं कि मुझे खेल के लंबे प्रारूप में अच्छे बल्लेबाज के रूप में याद किया जाए. मैंने मैदान पर हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की है लेकिन दुर्भाग्य से चोटों ने परेशान किया.’

उन्होंने कहा, ‘वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी श्रृंखला में मैं काफी रन बनाना चाहता हूं और टेस्ट क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ना चाहता हूं. मैं अपने टेस्ट कैरियर को दोबारा ढालना चाहता हूं और इस बार मैं स्तर को उठाउंगा.’ युवराज ने कहा कि अपने कैरियर में उतार चढ़ाव से गुजरने के बाद वह एक खिलाड़ी के रूप में परिपक्व हो गये हैं.

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उन्होंने कहा, ‘मेरे सर्वश्रेष्ठ बरस अभी आने बाकी हैं. चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद मैं फिट हूं और तैयार हूं. मेरे कैरियर चोटों से काफी प्रभावित रहा लेकिन मुझे लगता है कि अब मैं सही राह पर हूं. मेरा सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है क्योंकि मुझमें अभी काफी क्रिकेट बचा है.’

बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘इंग्लैंड ने वापस लौटने के बाद मैंने अपनी ट्रेनिंग पर काफी ध्यान दिया. चोटों के कारण मेरे शरीर पर पिछले एक साल में काफी असर पड़ा है. अब कोई चोट नहीं है और मैं आगामी वेस्टइंडीज श्रृंखला के साथ छाप छोड़ना चाहता हूं. मैं श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं और लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की सेवा करना चाहता हूं.’

युवराज को उनके आलराउंड प्रदर्शन के लिए 2011 विश्व कप का प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया था और उन्होंने टीम को 28 बरस बाद खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने साथ ही कहा कि वह अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की कोशिश करेंगे. युवराज ने कहा, ‘पिछले दो साल में मुझे चोटों ने परेशान किया जिससे प्रदर्शन में निरंतरता समस्या बनी हुई है. मैं अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाने की कोशिश करूंगा क्योंकि मैं फिटनेस पर अधिक ध्यान दे रहा हूं.’

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यह पूछने पर कि क्या वह किसी एक प्रारूप तक खुद को सीमित करने के बारे में सोच रहे हैं, इस बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं सिर्फ 30 बरस का हूं और अब भी मेरे अंदर काफी क्रिकेट बचा है. मैं 37 या 38 बरस का नहीं हूं. मैं खेल के सभी तीन प्रारूपों पर ध्यान दूंगा. शायद कुछ बरस बाद मैं किसी एक प्रारूप में खेलने के बारे में सोच सकता हूं.’

इंग्लैंड दौरे पर भारत के लचर प्रदर्शन के बारे में युवराज ने कहा, ‘इंग्लैंड में हमें जूझना पड़ा और भारत में उन्हें जूझना पड़ा. भारत को इंग्लैंड में हारते हुए देखना मुश्किल था. मैं अपनी टीम के साथ वहां मौजूद रहना चाहता था.’

युवराज ने साथ ही कहा कि टीम से बाहर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को वापसी करने में अधिक समय नहीं लगेगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे हमेशा टीम में हरभजन की कमी खलती है. वह जुझारू है और मुझे पूरा भरोसा है कि वह जल्द ही टीम में वापसी कर लेगा.’

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