भारत का कोई भी चोटी का क्रिकेटर पिछले सत्र में अपने प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिए नामांकन हासिल नहीं कर पाए. खेल मंत्रालय और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के बीच संवादहीनता के कारण ऐसा हुआ है.
विभिन्न खेल संघों के उम्मीदवारों के नाम भेजने की तारीख समाप्त हो गई है और पता चला है कि बीसीसीआई ने कोई नाम नहीं भेजा है जबकि 2011 में सीनियर क्रिकेट टीम ने विश्व कप जीता था जबकि विराट कोहली वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल थे.
बीसीसीआई के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी ने कहा, ‘हमें केंद्रीय खेल मंत्रालय से अर्जुन पुरस्कारों के नामांकन के संबंध में कोई फार्म नहीं मिला है. मैं आपको कह सकता हूं कि यह पहली बार हुआ है कि हमें वह प्रारूप नहीं मिला है जिसे भरना होता है और जिस पर हमारे नामित व्यक्ति के हस्ताक्षर होंगे. जब उन्होंने हमें सूचना ही नहीं भेजी तो फिर हम नाम कैसे भेजें.’
शेट्टी ने कहा, ‘क्रिकेटर के चयन की प्रक्रिया और सभी औपचारिकताओं को पूरा करने में कुछ समय लगता है और खेल मंत्रालय के लोग ही बता सकते हैं कि हमें फार्म क्यों नहीं मिला.’
खेल मंत्री अजय माकन के ओएसडी अभिजीत राय ने संपर्क करने पर बताया, ‘बीसीसीआई को फार्म भेजने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि यह इंटरनेट पर उपलब्ध है. कोई भी खेल संघ से डाउनलोड करके भर सकता है. फिलहाल मैं आपको आगे की कोई भी जानकारी देने में असमर्थ हूं कि बीसीसीआई ने अपना नामांकन क्यों नहीं भेजा.’