ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में सीनियर बल्लेबाजों के फ्लॉप शो के बावजूद भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इनके भविष्य पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलिया के हाथों 0-4 के वाइटवाश के दौरान सीनियर खिलाड़ियों सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के नाकाम रहने के बाद इनके भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं.
आस्ट्रेलिया के हाथों चौथे टेस्ट में 298 रन की शिकस्त के बाद धोनी ने कहा, ‘हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा (टीम में बदलाव होते हैं या नहीं). हमारी अगली टेस्ट श्रृंखला सितंबर में है, काफी समय बचा है, हम जल्दी में कोई फैसला नहीं लेना चाहते.’
धोनी ने कहा कि मेजबान टीम जीत की हकदार थी क्योंकि उसने लगातार अच्छा क्रिकेट खेला. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने लगातार अच्छा क्रिकेट खेला. जब भी उन्हें साझेदारी की जरूरत थी उनके बल्लेबाज क्रीज पर डटे रहे और प्रतिस्पर्धी स्कोर से अधिक रन बनाए. उनके गेंदबाजों ने भी लगातार अच्छा प्रदर्शन किया.’
भारत को पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ भी वाइटवाश का सामना करना पड़ा था और धोनी ने कहा कि आस्ट्रेलिया दौरा टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों के लिए सीखने के लिहाज से अहम होगा. उन्होंने साथ ही आगामी सीमित ओवरों के मैचों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई.
धोनी ने कहा, ‘इसके बाद एकदिवसीय श्रृंखला होनी है और हमारी टीम बिलकुल अलग होगी. यह युवाओं के लिए सीखने का दौरा रहा. जब आप 100 के आसपास वनडे खेल लेते हो तो टेस्ट पदार्पण के दौरान यह अनुभव काफी अच्छा रहता है.’
आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि 4-0 की जीत से भले ही श्रृंखला में मेजबान टीम के दबदबे का अंदाजा लग रहा हो, लेकिन घरेलू टीम के लिए भारत के खिलाफ राह आसान नहीं थी.
उन्होंने कहा, ‘यह काफी अच्छी शुरुआत है. खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ को काफी श्रेय जाता है, लेकिन यह उतना आसान नहीं था, जितना 4-0 के नतीजे के साथ लग रहा है.’
क्लार्क ने कहा, ‘हम इस जज्बे के साथ उतरे थे कि पिछली गर्मियों की निराशा को इस बार दोबारा सामने नहीं आने देंगे. हमने प्रत्येक दिन अपने खेल में सुधार करने की कोशिश की. पूरी गर्मियों में मुझे खुशी और समर्थन मिला जिसकी मुझे जरूरत थी.’
उन्होंने कहा, ‘भारत के पास काफी महान खिलाड़ी है, पिछले महीने उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा है. उनके खिलाफ खेलना सम्मान की बात है.’
क्लार्क को चार टेस्ट में नाबाद 329 रन की निजी सर्वश्रेष्ठ पारी के साथ 626 रन बनाने के लिए मैन आफ द सीरीज भी चुना गया.