प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में बिहार सरकार ने अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभाई.
बिहार विधानसभा के आसन्न चुनावों के मद्देनजर राज्य के अररिया जिले के नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी उम्मीदवार भारतेंदु यादव के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे सिंह ने कहा कि केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में बिहार सरकार ने अपनी जिम्मेदारी ठीक ढंग से नहीं निभाई.
सिंह ने कहा कि केंद्र में संप्रग की सरकार बनने पर हमने लगातार यह कोशिश है कि बिहार में तेजी से प्रगति हो, बिजली, सड़क, सिंचाई जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए बिहार को एक विशेष पैकेज के तहत वर्ष 2004 से लेकर अबतक कुल 6 हजार करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं.
उन्होंने कहा कि पिछड़े जिलों की खास जरूरतों को देखते हुए केंद्र द्वारा विशेष सहायता दी जा रही जिसमें बिहार के भी 36 जिले शामिल हैं.
सिंह ने कहा कि इस सहायता से बिहार के इन जिलों का स्वरूप बदल सकता था, सिंचाई, सड़क शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली की सुविधाएं हजारों गांवों तक पहुंच सकती थी पर यहां भी बिहार सरकार ने अपनी जिम्मेवारी ठीक ढंग से नहीं निभाई.
सिंह ने कहा कि जहां केंद्र द्वारा दी गयी राशि जनता तक पहुंची भी है वहां राज्य सरकार ने जनता को गुमराह करने का काम किया. केंद्र की योजनाओं को इसतरह से पेश किया जैसे वह प्रदेश सरकार की बनायी गयी योजनाएं हैं.
सिंह ने कहा कि पिछले छह सालों में सोनिया जी के नेतृत्व में कांग्रेस की संप्रग सरकार ने गरीबों और समाज के कमजोर तबके के फायदे के लिए बहुत से काम किए हैं. {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के तहत हमने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हरेक ग्रामीण परिवार के लिए साल में सौ दिनों का रोजगार सुनिश्चित किया है.
बिहार से लाखों मजदूर भाई-बहन हर साल इसलिए दूसरे राज्यों में काम करने जाते थे क्योंकि उन्हें अपने जिलों में अपने गांवों में रोजगार नहीं मिल पाता था.
सिंह ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि इसमें कमी आयी है पर इसमें और भी कमी हो सकती थी. भ्रष्टाचार को खत्म करने की जरूरत है और ऐसा किया भी जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत हमने यह कोशिश की कि बिहार के गांवों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके. कृषि के क्षेत्र में हमने देश भर में करोड़ों किसानों को बकाया ऋणों से राहत दिलवाई ताकि वे नये सिरे से अपनी जिंदगी शुरू कर सकें.
सिंह ने कहा कि बिहार में कृषि विकास की बहुत संभावानाएं हैं और इसके लिए केंद्र की संप्रग सरकार ने कई पहल की हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजनाएं शुरू की हैं जिसमें हर जिले के लिए अलग कृषि विकास की योजनाएं बनायी गयी हैं.
प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत गेहूं, चावल और दालों का उत्पादन बढाया जा रहा है. बिहार सहित अन्य पूर्वी राज्यों में कृषि उत्पादन अन्य राज्यों की तुलना में कम है और केंद्र का यह प्रयास रहा है कि इसमें सुधार लाया जाए. उन्होंने कहा कि बिहार सहित अन्य पूर्वी राज्यों में एक नई हरित क्रांति के लिए कांग्रेस वचनबद्ध है.
सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ने हरेक बच्चे को प्राथमिक शिक्षा का अधिकार दिया है चाहे वह समाज के किसी भी तबके का हो. उन्होंने कहा कि सरकार का काम चुस्त-दुरुस्त करने के लिए और उसमें पारदर्शिता लाने के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम बनाया गया है.{mospagebreak}
सिंह ने कहा कि इसतरह की कई अन्य योजनाओं की शुरूआत केंद्र द्वारा की गयी हैं और उन्हें पता है कि इन सभी योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है क्योंकि इनको लागू करने में राज्य सरकारें खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं.
नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यही वजह है कि उनके क्षेत्र का विकास नहीं कर पाया है. उन्होंने लोगों से इन बिगड़े हुए हालात को बदलने के लिए कांग्रेस को वोट देने और सोनिया गांधी जी के हाथ मजबूत करने के लिए कहा.