दुनिया में मशहूर भारतीय बल्लेबाज फिर से खलनायक साबित हुए जिन्होंने गेंदबाजों के अच्छे प्रयास पर पानी फेरकर भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन ही बड़ी हार के कगार पर पहुंचा दिया.
युवा उमेश यादव (93 रन देकर पांच विकेट) की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया और आस्ट्रेलिया को 369 रन पर आउट करके उसे 208 रन की बढ़त ही लेने दी. गेंदबाजों का प्रदर्शन इसलिए शानदार रहा क्योंकि आस्ट्रेलिया ने सुबह बिना किसी नुकसान के 149 रन से आगे खेलना शुरू किया था तथा डेविड वार्नर (180) और एड कोवान (74) ने पहले विकेट के लिये 214 रन जोड़कर बड़ी बढ़त की नींव रखी थी.
भारतीय बल्लेबाज तो जैसे महज औपचारिकता पूरी करने के लिये क्रीज पर उतर रहे थे. गौतम गंभीर (14), वीरेंद्र सहवाग (10) और वीवीएस लक्ष्मण (शून्य) ने शार्ट पिच गेंदों पर अपने विकेट गंवाये जबकि सचिन तेंदुलकर (8) पगबाधा आउट हुए. भारत दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक चार विकेट पर 88 रन बनाकर पारी की हार से बचने के लिये संघर्ष कर रहा है जिसके लिये उसे 120 रन की दरकार है.
भारत का दारोमदार अब अनुभवी राहुल द्रविड़ (नाबाद 32) और युवा विराट कोहली (नाबाद 21) पर टिका है. इन दोनों ने विषम परिस्थितियों के बाजवूद पिछले लगभग 13 ओवर से विकेट नहीं गिरने दिया और इस बीच 37 रन की अटूट साझेदारी की.
गंभीर और सहवाग ने पहले दस ओवर में विकेट नहीं गिरने दिया लेकिन अगले दस ओवर में चोटी के चार बल्लेबाज पवेलियन में विराजमान थे. मिशेल स्टार्क (14 पर दो विकेट) ने गंभीर को शार्ट पिच पर हैरान किया जो उनके बल्ले का किनारा लेकर गली में माइकल हस्सी के पास पहुंची. पीटर सिडल (21 पर एक) की गुडलेंथ गेंद सहवाग के बल्ले का किनारा लेकर हैडिन के दस्तानों में समायी. स्टार्क की स्विंग करती गेंद इसके बाद तेंदुलकर के पैड से टकरायी और जोरदार अपील पर अंपायर अलीम डार की उंगली उठ गयी. तेंदुलकर हालांकि इस फैसले से खुश नहीं थे. उन्हें लग रहा था कि गेंद लेग स्टंप से बाहर की तरफ जा रही थी.
लक्ष्मण ने हमेशा की तरह अपने कदमों का इस्तेमाल नहीं किया और बेन हिल्फेनहास (25 पर एक) की गेंद पर स्लिप में आसान कैच थमाया. इससे पहले सुबह यादव ने सुबह 28 रन के अंदर कोवान, शान मार्श (11) और रिकी पोंटिंग (7) के विकेट लिये. इसके बाद दूसरे सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने 113 रन दिये और सात विकेट निकाले. इस बीच यादव ने पहली बार पांच विकेट हासिल किये.
जहीर (91 रन देकर दो विकेट) और इशांत (89 रन देकर एक विकेट) ने लगातार आठ आठ ओवर किये तथा इस बीच तीन विकेट निकाले.
जहीर ने जहां आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क (18) और विकेटकीपर हैडिन (शून्य) को आउट किया वहीं इशांत ने खतरनाक वार्नर को पवेलियन भेजकर भारतीयों को बड़ी राहत पहुंचायी. आर विनयकुमार (73 रन देकर एक विकेट) ने हस्सी के रूप में पहला टेस्ट विकेट लिया जिसके बाद यादव ने दो और विकेट अपने नाम लिखवाये. वार्नर जब 126 रन पर थे तब जहीर की गेंद पर कोहली ने पहली स्लिप पर उनका आसान कैच छोड़ा था.
कोवान आउट होने वाले पहले बल्लेबाज थे. यादव की गेंद को उन्होंने रक्षात्मक तरीके से खेलने का प्रयास किया लेकिन वह उनको छकाती हुई मिडिल स्टंप पर लग गयी. पिछली तीन पारियों में केवल तीन रन बनाने वाले मार्श को यादव ने अपना अगला शिकार बनाया. यादव की बाहर जाती गेंद मार्श के बल्ले का किनारा लेकर तीसरी स्लिप में गयी जहां लक्ष्मण ने बायीं तरफ डाइव लगाकर बेहतरीन कैच लिया. पोंटिंग सहजता से खेल रहे थे लेकिन तभी यादव की फुललेंथ गेंद उनके रक्षण में सेंध लगाकर विकेटों में समा गयी.
जहीर ने इसके बाद राउंड द विकेट गेंदबाजी करके क्लार्क के बल्ले का किनारा हासिल किया जिसे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने विकेट के पीछे आसानी से कैच में तब्दील किया. जहीर ने अगले ओवर में खराब फार्म में चल रहे हैडिन को भी स्विंग लेती गेंद पर विकेट के पीछे कैच कराया.
सिडल ने 30 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन हस्सी उनके साथ 36 रन की साझेदारी करने के बाद यादव की शार्ट पिच गेंद कट करके गली में सहवाग को आसान दे गये. यादव ने अगले ओवर में अंदर की तरफ मूव करती गेंद पर सिडल की गिल्लियां बिखेरी और फिर रेयान हैरिस को आउट किया. सहवाग ने भी बेन हिल्फेनहास को लांग आन पर कोहली के हाथों कैच कराकर अपने नाम पर विकेट लिखवाया.
टीमें इस प्रकार हैं:
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान),गौतम गंभीर, वी. सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, विराट कोहली, जहीर खान, विनय कुमार, इशांत शर्मा, उमेश यादव.
ऑस्ट्रेलिया: माइकल क्लार्क, ब्रैड हैडिन, माइकल हसी, रिकी पॉन्टिंग, बेंजामिन हिल्फेनहॉस, पीटर सिडल, रयान हैरिस, डेविड वॉर्नर, मिशेल स्टार्क, एड कोवान, शॉन मार्श.