वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज रवि रामपाल और केमार रोच ने भारत के साथ खेले गए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में बल्लेबाज का रूप धारण करते हुए 10वें विकेट के लिए एकदिवसीय क्रिकेट की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम दिया.
रामपाल ने अपनी 66 गेंदों की पारी में छह चौके और छह छक्कों की मदद से नाबाद 86 रन बनाए और 24 रन पर नाबाद लौटने वाले रोच के साथ 10वें विकेट के लिए 99 रनों की साझेदारी निभाई. रोच ने 36 गेंदों पर तीन चौके लगाए.
दोनों बल्लेबाजों ने 14 ओवरों में 7.07 रन प्रति ओवर के औसत से रन बटोरे. 86 रनों के साथ रामपॉल 10वें क्रम पर खेलते हुए सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज बने. यह जोड़ी महज सात रनों के अंतर से 10वें विकेट की साझेदारी का विश्व रिकार्ड अपने नाम करने से चूक गई. यह रिकार्ड भी वेस्टइंडीज के ही नाम है.
1984 में विवियन रिचर्डस और अपनी तेज गेंदों के लिए विख्यात माइकल होल्डिंग ने 10वें विकेट मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 106 रन जोड़े थे.
इसके बाद पाकिस्तान के मोहम्मद आमेर और सईद अजमल का नाम आता है, जिन्होंने 2009 में अबू धाबी में न्यूजीलैंड के खिलाफ 10वें विकेट के लिए 103 रनों की साझेदारी निभाई थी. आमेर स्पॉट फिक्सिंग के कारण जेल की सजा काट रहे हैं.
भारत की ओर से 10वें विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड हरभजन सिंह और लक्ष्मीपति बालाजी के नाम है. भज्जी और बालाजी ने 2004 में ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ 64 रन जोड़े थे.