सचिन तेंदुलकर ने केपटाउन टेस्ट में अपना 51वां और इस सीरीज का दूसरा शतक लगाया. तेंदुलकर ने अपना शतक मॉर्ने मॉर्कल की गेंद पर छक्का लगाकर बनाया. अपनी पारी में सचिन तेंदुलकर ने एक छक्के के अलावा 12 चौके लगाए. सचिन तेंदुलकर ने इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 97 शतक उनके नाम हो गए हैं, जिनमें से 51 टेस्ट मैचों में 46 वनडे मैचों में हैं.
सचिन ने अपनी शतकीय पारी के दौरान गंभीर के साथ तीसरे विकेट के लिये 176 रन की साझेदारी की.
जब सचिन के साथ लक्ष्मण दूसरी छोर पर थे तो तेंदुलकर ने आगे बढ़कर शाट जमाया लेकिन गेंदबाज हैरिस उस पर केवल हाथ ही स्पर्श कर पाये. लक्ष्मण तब क्रीज से बाहर थे और गेंद नानस्ट्राइकर छोर पर विकेट पर लग गयी. इससे अभी-अभी लय में आए लक्ष्मण को पवेलियन लौटना पड़ा.
डेल स्टेन का तेंदुलकर के लिये पहला ओवर बेहद खतरनाक था जिसमें गेंद स्विंग कर रही थी. स्टेन को मिल रहे मूवमेंट से तेंदुलकर थोड़ा असहज महसूस कर रहे थे.
तेंदुलकर ने स्टेन की गेंद पर ही एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया जिसके लिये उन्होंने 109 गेंद खेली तथा पांच चौके लगाये. इसके बाद यह स्टार बल्लेबाज हालांकि जम गया और उन्होंने क्रीज के दोनों तरफ कुछ अच्छे शाट लगाये और अपना 51वां शतक पूरा किया.
तेंदुलकर ने 146 रन बनाये जिसके लिये उन्होंने 465 मिनट क्रीज पर बिताये और इस बीच 314 गेंद का सामना करके 17 चौके और दो छक्के लगाये. तेंदुलकर की धर्यपूर्ण पारी का अंत आखिर में मोर्कल ने किया जिनकी गेंद उनके बल्ले का छकाती हुई आफ स्टंप उखाड़ गयी.
यह सचिन का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 25वां टेस्ट है और सचिन ने अबतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 42.12 की औसत से 1727 रन बनाए हैं. सचिन का 51वां टेस्ट शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सचिन का 7वां टेस्ट शतक भी है.