हॉकी कोच माइकल नोब्स का मानना है कि भारतीय दल के साथ लंदन ओलंपिक में सचिन तेंदुलकर की मौजूदगी से खिलाड़ियों का मनोबल उसी तरह बढता जिस तरह स्टीव वा के शामिल होने से ऑस्ट्रेलियाई दल की हौसलाअफजाई हुई है.
नोब्स ने कहा, ‘सचिन तेंदुलकर यदि आते तो खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती. हॉकी टीम को भी और दूसरे खिलाड़ियों को भी.’
चैंपियन बल्लेबाज भारतीय दल का हिस्सा नहीं है लेकिन आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान वॉ को देखकर भारतीयों ने तेंदुलकर की मौजूदगी की इच्छा जताई है.
वॉ ऑस्ट्रेलियाई तीरंदाजी टीम के साथ है ताकि उन्हें ओलंपिक की चुनौतियों का सामना करने के लिये मानसिक तौर पर तैयार कर सकें.
भारतीय हॉकी टीम ने आठ साल बाद ओलंपिक में वापसी की है. टीम बीजिंग ओलंपिक से बाहर थी और भारतीय हॉकी के 80 बरस के ओलंपिक इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था.