सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को आज भी वह दिन नहीं भूला है, जब सचिन तेंदुलकर ने पहली बार उन्हें ‘मां’ कहा था और तभी से वह खुद को खुशकिस्मत मानती है कि उन्हें ऐसा ‘होनहार’ बेटा मिला.
क्रिकेट के इतिहास में 50 टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बने तेंदुलकर पर फख्र करने वाली लता ने पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा कि उनका आशीर्वाद हमेशा एक मां की तरह सचिन के साथ है.
उन्होंने कहा, ‘‘सचिन मुझे मां की तरह मानता है और मैं भी हमेशा उसकी कामयाबी की दुआ करती हूं. मुझे आज भी वह दिन याद है, जब उसने मुझे आई (मां) का दर्जा दिया. मैंने कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी, लेकिन मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे सचिन जैसा बेटा मिला.’’
भारत रत्न से नवाजी जा चुकी इस महान गायिका ने उस वाक्ये को याद करते हुए कहा कि सचिन का जन्मदिन 24 अप्रैल को होता है और उसी दिन मेरे पिताजी (दीनानाथ मंगेशकर) की पुण्यतिथि होती है. हमारा उस दिन मिलना नहीं हो पाता, लेकिन एक बार हम 23 अप्रैल को मिले और मीडिया ने सचिन से पूछा कि वह मेरे बारे में क्या सोचते हैं, तो उनका जवाब था कि अपनी मां के बारे में कोई कैसा सोचता है.
लता ने कहा कि वह वाकई में आदर्श बेटा है. मैं हमेशा उसके लिये दुआ करती हूं कि उसके साथ सब अच्छा हो. उसे कामयाबी मिले और वह स्वस्थ रहे. मेरा आशीर्वाद हमेशा उसके साथ है.’’ सचिन को भारत रत्न का हकदार बताते हुए लता ने कहा कि देश की ऐसी सेवा बहुत कम लोगों ने की होगी.{mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘‘मेरी नजर में तो वह हमेशा से भारत रत्न है. हर क्षेत्र में कोई एक युगपुरुष होता है और क्रिकेट में सचिन है. उसने देश के लिये जो कुछ किया है, वह बहुत कम लोग कर पाते हैं. क्रिकेट के इतने सारे रिकार्ड तोड़कर वह आगे बढे हैं और अभी भी खेल रहे हैं.’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘भारत ने कई महान क्रिकेटर पैदा किये हैं, लेकिन सचिन तो सचिन ही है. उसकी बात सबसे अलग है.’’ लता ने खुद में और सचिन में समानता के बारे में पूछने पर कहा,‘‘ अपने काम को बखूबी अंजाम देने की जिद उनके भीतर भी है और मुझमें भी. मुझे यही एक समानता नजर आती है. वह संगीत के शौकीन है और मैं क्रिकेट की.’’ सचिन के कई साल और खेलते रहने की दुआ करते हुए उन्होंने कहा,‘‘वे इतना अच्छा खेल रहा है कि जब तक चाहे खेलेगा. मैं चाहती हूं कि वह बरसों तक खेलता रहे. भारतीय टीम अगले साल विश्व कप भी जीते, क्योंकि हमारे पास कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं और हम जीत के प्रबल दावेदार हैं.’’{mospagebreak}
मैदान से इतर भी सचिन की प्रशंसक लता ने कहा,‘‘ वह बहुत कम बोलता है और उसे भगवान पर अटूट भरोसा है. मैदान पर उसे अच्छा खेलने के अलावा शायद कुछ और याद नहीं रहता लेकिन ईश्वर और अपने पिता को वह कभी नहीं भूलता. अच्छी पारी खेलने पर सबसे पहले ऊपर देखकर उनका आशीर्वाद लेता है. वह वाकई बहुत अच्छा इंसान है.’’
उन्होंने अपना एक गीत ‘आकाश के उस पार आकाश और भी है’ सचिन को समर्पित करते हुए कहा,‘‘ उन्होंने इतने रिकार्ड बनाये हैं, लेकिन यहीं रुकना नहीं है, इसलिये मैं यह गीत उनके नाम करना चाहती हूं.’’