लंदन ओलंपिक में भारत की पदक उम्मीद मानी जा रही बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और फिटनेस बनाये रखने के लिये अपनी पसंदीदा आइसक्रीम तथा चाकलेट से भी परहेज किया.
बीजिंग ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में पहुंचकर सभी को चौकाने वाली साइना इस बार बेहतर तैयारी के साथ यहां आई है. उसने फार्म के साथ फिटनेस पर भी काफी मेहनत की है. सायना ने कहा, ‘अच्छा खाना तैयारियों का अहम अंग है और मैं इसमें काफी अनुशासित रहती हूं. मुझे आइसक्रीम और चाकलेट काफी पसंद है लेकिन मैं खा नहीं सकती क्योंकि मेरा वजन बहुत जल्दी बढ़ता है. कोई टूर्नामेंट जीतने के बाद एकाध बार खा लेती हूं.’
उसने कहा कि बैडमिंटन उसका पहला प्यार है और इसके लिये उसे बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने से भी गुरेज नहीं है. हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने कहा, ‘मैने अपने बचपन को मिस किया है. रोज स्कूल और कॉलेज जाने की इच्छा रहती थी. अलग-अलग कपड़े पहनना या कॉफी हाउस में बैठने का मन करता था. लेकिन मैं इस खेल से इतना प्यार करती हूं कि यह सब भूल जाती हूं.’
सायना को लंदन ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन का यकीन है. उसने कहा, ‘मैं बीजिंग खेलों में सिर्फ 18 साल की थी और मुझे कोई टेंशन नहीं था. दूसरी बार क्वालीफाई करके मैं बहुत खुश हूं. चार साल से मैं इसका इंतजार कर रही थी और इस बार मेरी तैयारी बेहतर है.’ ओलंपियन बनने का सपना उसने बचपन से संजो रखा था.
अतीत के पन्नों को पलटते हुए उसने कहा, ‘मैं जब नौ साल की थी, तब मैने बैडमिंटन खेलना शुरू किया. हमेशा से मेरा सपना ओलंपिक खेलने का था. मेरी मम्मी कहती थी कि मैं एक दिन ओलंपियन बनूंगी तो मुझे लगता था कि वह मजाक कर रही है. उन्होंने कड़ी मेहनत कराके मेरा सपना सच कर दिया.’