महेश भूपति ने कहा कि लंदन ओलंपिक के लिये खिलाड़ियों के चयन को लेकर उठे विवाद के कारण इस खेल महाकुंभ में उनका खेल प्रभावित नहीं होगा.
भूपति ने कहा, ‘इससे ओलंपिक में खेल प्रभावित नहीं होगा. विंबलडन समाप्त हो गया है और हम ओलंपिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. मानसिक रूप से हम तैयार हैं. यदि हम यह नहीं सोचते कि हमारे मौके नहीं है तो फिर हमें वहां नहीं जाना चाहिए. हम सभी पेशेवर खिलाड़ी हैं और हमें लगता है कि हमारे पास मौका है और इसलिए हम वहां जा रहे हैं.’
भूपति और उनके युगल जोड़ीदार रोहन बोपन्ना ने भारत के नंबर एक युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ खेलों में जोड़ी बनाने से इनकार कर दिया था. उन्होंने विंबलडन चैंपियनशिप के युगल में जल्दी बाहर होने के लिये टेनिस विवाद को ही दोषी ठहराया था.
उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि भारत को टेनिस में कुछ पदक मिलेंगे और यह पक्का है. मैं नास्त्रेदेमस नहीं हूं लेकिन मैं जानता हूं कि हमारे पास अच्छे मौके हैं तथा हम में से पांच या छह पदक जीत सकते हैं.’
भूपति शनिवार को लंदन रवाना होंगे. उन्होंने कहा कि वह और उनके जोड़ीदार बोपन्ना पिछले सात महीने से ओलंपिक की तैयारी कर रहे थे.
इस 38 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ‘हम वहां जाने के लिये तैयार हैं. जहां तक अपेक्षाओं की बात है तो किसी भी खिलाड़ी की जिंदगी में सबसे मुश्किल जीत ओलंपिक पदक होता है. हमें लगता है कि अन्य की तरह हमारे भी मौके हैं. हमें अच्छा खेलने और कुछ भाग्य की जरूरत है.’
भूपति ने स्वीकार किया कि ओलंपिक पदक का इंतजार दर्दभरा और लंबा हो गया है.