मुंबई क्रिकेट संघ ने अपने कर्मचारियों के साथ शाहरुख खान द्वारा कथित बदसलूकी के मामले में कड़ा फैसला लेते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स के सहमालिक को वानेखड़े स्टेडियम में जाने पर 5 साल का प्रतिबंध लगा दिया है.
मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के अध्यक्ष विलासराव देशमुख ने शुक्रवार को इस बात की घोषणा की.
शाहरुख के खिलाफ यह फैसला बुधवार की उस घटना का परिणाम है, जिसमें शाहरुख ने कथित तौर पर वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस के साथ हुए इंडियन प्रीमियर लीग मैच के बाद सुरक्षाकर्मियों, एमसीए अधिकारियों और बीसीसीआई अधिकारियों के साथ बदसलूकी की थी.
देशमुख ने कहा, 'एमसीए शाहरुख पर वानखेड़े स्टेडियम में घुसने पर पांच साल का प्रतिबंध लगाने को बाध्य है.'
देशमुख के मुताबिक कोई भी इस तरह के बर्ताव का समर्थन नहीं कर सकता. वह चाहें बीसीसीआई हो या फिर आईपीएल या फिर एमसीए. बकौल देशमुख, 'हमारा फैसला सर्वसम्मत है. कई सदस्यों ने आजीवन प्रतिबंध का प्रस्ताव रखा था लेकिन हम यह संदेश देना चाहते थे कि उस दिन स्टेडियम में जो हुआ वह अच्छे बर्ताव की निशानी नहीं.'
एमसीए अध्यक्ष ने कहा कि घटना के दौरान एमसीए के 50 फीसदी से अधिक सदस्य स्टेडियम में मौजूद थे, ऐसे में इस घटना की जांच के लिए किसी तरह की समिति का गठन करने का कोई मतलब नहीं बनता.
विलासराव देशमुख ने कहा, 'एमसीए की बैठक में शाहरुख के रवैये की निंदा की गई और वानखेड़े स्टेडियम में उनके घुसने पर 5 साल की पाबंदी लगा दी गई है.'
एमसीए अध्यक्ष ने यहा भी बताया कि इस फैसले की जानकारी बीसीसीआई को दे दी गई है.
हालांकि एमसीए के इस फैसले के से बीसीसीआई और एमसीए के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा है कि शाहरुख पर प्रतिबंध लगाए जाने की मुद्दे पर अंतिम फैसला बीसीसीआई का होगा.