सिडनी ओलंपिक 2000 में कांस्य पदक जीतने वाली कर्णम मल्लेश्वरी ने भले ही उस समय भारतीय भारोत्तोलकों से उम्मीदें बढा दी थी लेकिन अब लंदन जा रही सोनिया चानू से अधिक अपेक्षायें नहीं है. चानू को हालांकि इससे गुरेज नहीं है बल्कि वह उलटफेर करने को तैयार है.
चानू ने कहा, ‘मैं अभी ओलंपिक में पदक जीतने के बारे में कुछ नहीं कहना चाहती लेकिन मुझे अच्छे प्रदर्शन का यकीन है. पूरा चांस है मेडल जीतने का.’
चानू (48 किलो) विश्व रैंकिंग में संयुक्त 10वें स्थान पर है. उसने कहा कि यदि वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकी तो पदक जीत सकती है.
उसने कहा, ‘मैंने ओलंपिक की जरूरत को ध्यान में रखकर कड़ी तैयारी की है. मैं इससे बहुत खुश हूं. यह कहना कठिन होता है कि प्रतियोगिता में क्या होगा. मुझे यकीन है कि मैं शत प्रतिशत दे सकी तो पदक जरूर जीतूंगी.’
दक्षिण कोरिया में हुई सीनियर एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप के जरिये भारत को लंदन ओलंपिक में पुरूष और महिला वर्ग में दो कोटा स्थान मिले हैं. पुरूष वर्ग में के रवि कुमार (69 किलो) भारत की नुमाइंदगी करेंगे.
चानू ने कहा, ‘मैंने एशियाई चैंपियनशिप में कुल 175 किलो वजन उठाया और चौथे स्थान पर रही जो अच्छा प्रदर्शन कहा जायेगा.’
सोनिया ने कहा, ‘मैंने विश्व चैंपियनशिप में भी 171 किलो वजन उठाकर छठा स्थान हासिल किया था. यदि मैं ओलंपिक में 178 किलो उठा सकी तो पदक जीत सकती हूं. फिलहाल मैं बेहतर प्रदर्शन कर रही हूं.’
सोनिया और रवि कुमार फिलहाल एनआईएस पटियाला में अभ्यास कर रहे हैं. सोनिया का कहना है कि संस्थान में मिल रही सुविधाओं से वह संतुष्ट है.
उसने कहा, ‘संस्थान में सुविधायें अच्छी है और ओलंपिक की जरूरत के अनुसार सारी चीजें हैं. मेरी फिटनेस का स्तर बेहतर हुआ है. हमें अच्छे सप्लीमेंट्स दिये जा रहे हैं.’ सोनिया और रवि कोच हंसा शर्मा और डी डी शर्मा के साथ 16 जुलाई को रवाना होंगे.